भरतपुर। नगर सुधार न्यास के सचिव आरएएस अधिकारी लक्ष्मीकान्त बालोत द्वारा ब्राह्मण समाज के खिलाफ सोशल मीडिया में की गई टिप्पणी से ब्राह्मण समाज में विरोध के स्वर उभरने लगे हैं। व्हाट्सअप एवं फेसबुक पर चाणक्य व ब्राह्मण समाज के बारे में की गई टिप्पणी पर विरोध के स्वर उभरने लगे है। बालोत द्वारा फेसबुक पर चाणक्य जैसा कटटर ब्राह्मण किसी शूद्र चन्द्रगुप्त को राजा बनायेगा यह कैसे संभव है? ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
इस युग में साथ साथ फेसबुक पर कमेंटस में ब्राह्मण समाज के बारे में घटिया ओछी एवं हलके स्तर की टिप्पणी का ब्राह्मण समाज एवं सभी बुद्धिजीवी वर्ग में आलोचना हो रही है और यह मामला अब राज्य में विवाद का विषय बन सकता है। इसे लेकर जिला प्रशासन एवं राज्य सरकार को भी हस्तक्षेप करना पड सकता है। रविवार को ब्राह्मण धर्मशाला में ब्राह्मण सभा के जिलाध्यक्ष कौशलेश शर्मा की अध्यक्षता में विप्र बन्धुओं की बैठक हुई जिसमें सचिव लक्ष्मीकान्त बालोत द्वारा फेसबुक एवं व्हाट्सअप पर चाणक्य एवं व्हाट्सअप समाज के बारे में की गई टिप्पणी की घोर निन्दा करते हुए। इस मामले को लेकर आन्दोलन के बारे में चर्चा की गई। बैठक में सरकार से सचिव एलके बालोत का निलम्बन करने एवं उसकी सम्पति की जांच करने की मांग की गई।
बैठक में कहा गया कि बालोत एक दशक से भरतपुर में नगर निगम एव यूआईटी जिला प्रशासन सहित विभिन्न विभागों में प्रशासनिक पदों पर जमे हुए है उनका बयान उनकी घटिया मानसिकता को दर्शा रहा है। बैठक में कहा गया कि अगर बालोत सार्वजनिक रूप से क्षमायाचना नहीं मांगते है तो समाज की ओर से आन्दोलन किया जायेगा बैठक में मौजूद युवा परशुराम के परिषद ने भी सचिव बालोत का माफी नहीं मांगने पर पुतला फूंके जाने की घोषणा की। बैठक में मुख्य रूप विप्र समाज के पदाधिकारी दीपक मुदगल एडवोकेट मनोज भारद्वाज एडवोकेट एवं योगेश उपमन पार्षद दाउदयाल शर्मा लखन शर्मा प्रशान्त उपमन, मनीष तिवारी आदि मौजूद रहे।
सीमा हैदर-सचिन की बढ़ सकती हैं मुश्किलें, कोर्ट ने जेवर थाने से मांगी रिपोर्ट
हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारूक कश्मीर में नजरबंद
शराब घोटाला मामला: एक अप्रैल तक ईडी की हिरासत में केजरीवाल
Daily Horoscope