भरतपुर। शिक्षक पदोन्नति संघर्ष समिति ने उपखंड अधिकारी को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन देकर मांग की है कि 3 अगस्त 2021 से पहले असमान विषय में पीजी कर चुके अभ्यर्थियों को पदोन्नति में छूट दी जाए। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
प्रदेश सभा अध्यक्ष कृष्ण सिंह बैंसला ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा पहले हमारे पक्ष में 2 लेटर निकाले हैं। लेकिन अभी तक कैबिनेट के जरिए नियमों में संशोधन नहीं किया गया है। इसकी वजह से पिछले 2 साल से वरिष्ठ अध्यापक से व्याख्याता की पदोन्नति नहीं हो पाई है। अब 1 अप्रैल के पश्चात 1 वर्ष की डीपीसी और लंबित हो जाएगी।
इस अवसर पर भरतपुर जिला अध्यक्ष मनेंद्र चंसौरिया ने बताया कि पिछले 2 साल से डीपीसी नहीं होने और 1 साल की डीपीसी लंबित हो जाने के कारण वरिष्ठ अध्यापकों में भारी रोष व्याप्त है। यदि सरकार द्वारा जल्द ही नियम में संशोधन नहीं किया गया तो एक बड़े स्तर पर आंदोलन किया जाएगा।
जिला महामंत्री विश्वेंद्र सिंह ने बताया कि नव क्रमोन्नत स्कूलों में व्याख्याता के पद सृजित करने के बाद लगभग 40000 पद खाली हो जाएंगे। यदि सरकार ने जल्द नियम संशोधन नहीं किया, तो स्कूलों में व्याख्याताओं की भारी कमी हो जाएगी। इस कारण बच्चों की पढ़ाई बाधित होगी। इसलिए उनकी मांग है कि जल्द से जल्द नियमों में संशोधन कर पिछले 2 साल की और इस साल की लंबित डीपीसी को जल्दी से जल्दी करवाकर सभी शिक्षकों को राहत प्रदान करें।
इस अवसर पर कृष्ण सिंह बैंसला, मनेंद्र चंसौरिया, विश्वेंद सिंह, लेखराज हैवर ,सुरेंद्र सिंह, अमित कुमार, अविनाश, रविकांत रैना, नीरज चौहान, पारस जैन, उमेश सिंह, अशोक जी, तेज प्रताप जी, रचना कुमारी, प्रीति सिंह समेत कई शिक्षक मौजूद थे।
राहुल गांधी ने कहा -MP में दोहराएंगे कर्नाटक, 150 सीट जीतेंगे,शिवराज बोले -मप्र में BJP 200 से ज्यादा सीटें जीतेगी
खड़गे से मिलने से पहले बोले गहलोत, आलाकमान किसी को मनाने के लिए कोई पद नहीं देगा
दिल्ली में नाबालिग की चाकू मारकर हत्या करने वाला प्रेमी गिफ्तार
Daily Horoscope