भरतपुर। सीबीआई की टीम ने एएसपी के भट्टाचार्य के नेतृत्व में कार्रवाई करते हुए बीएसएनएल के जीएम राजेश बंसल को बीएसएनएल के निरीक्षण भवन से गुरुवार देर रात एक लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया। बंसल ने यह राशि ओएफसी लाइन के 60 लाख रुपए का बिल पास करने की एवज में ली थी। शुक्रवार को सीबीआई की टीम ने सुबह बीएसएनएल के जीएम कार्यालय पहुंच कर दस्तावेजों की जांच पडताल भी की।
जानकारी के अनुसार ठेकेदार सुखवीर ने नगर पहाड़ी क्षेत्र में डिजिटल इंडिया के तहत ओएफसी लाइन डाली थी। इस लाइन के जरिए सभी ग्राम पंचायतों पर बने अटल सेवा केंद्र को जोड़ा जा रहा है। उसने मार्च में करीब 60 लाख रुपए के बिल सबमिट कर दिए। तभी जीएम राजेश बंसल ने दो प्रतिशत के हिसाब से एक लाख 20 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी। तब सुखवीर ने मना कर दिया कि उसका बहुत पैसा फंसा हुआ है। इस कारण पैसा बाद में देना तय किया। तब सुखबीर ने इसकी शिकायत सीबीआई एसपी को जयपुर में की। साथ ही बताया कि जीएम को एक लाख देना तय हुआ है। गुरुवार को सीबीआई के एएसपी के भट्टाचार्य ने जीएम को रंगेहाथ गिरफ्तार किया। उनके पास से रिश्वत के एक लाख रुपए भी बरामद कर लिए हैं। रुपए लेने के बाद आरोपी ने अपनी टेबल कर रख दिए थे। जब टीम ने उनके हाथ धुलाए तो उसमें रंग निकल आया। इस पर टीम ने उनको गिरफ्तार कर लिया।
परिवार के साथ जाना था गोवा मांगी रिश्वत
ठेकेदार सुखबीर ने बताया कि जीएम राजेश बंसल बार-बार रिश्वत के एक लाख रुपए लेने के लिए दबाव बना रहा था। इस दौरान उसने कहा था कि वह परिवार के साथ 8 अप्रैल को गोवा घूमने जाएगा, इसलिए पहले ही रुपए दे जाए। शिकायतकर्ता ठेकेदार सुखबीर सिह का आरोप है कि वह नगर, पहाड़ी के अलावा अन्य ब्लाकों में भी ओएफसी लाइन का काम करने के लिए करीब 130 किलोमीटर पाइप बिछवा चुका है। उसके करीब एक-सवा करोड़ रुपए के बिल भी जीएम राजेश बंसल ने नहीं बनवाए थे। इससे उसकी आर्थिक स्थिति बिगडऩे लगी थी। विभाग का सामान स्टोर में नहीं होने के बावजूद ठेकेदार से काम कराने का वर्क ऑर्डर देने का सहायक महाप्रबंधकों के जरिये दबाव बना रहा था। इस प्रकार वह लगातार प्रताडि़त कर रहा था।
मिली है करोड़ों की संपत्ति
सूत्रों ने बताया कि जीएम के नाम करोड़ों की संपत्ति मिली है। उनके बैंक लॉकर व कई बैंक अकाउंट तथा जयपुर में फ्लैट होना भी पाया गया है। बीएसएनएल के जीएम कार्यालय में कम्प्यूटर से डाटा, दस्तावेज आदि लिए गए हैं। पूर्व कर्मचारी एमएल बंसल के मकान पर तलाशी ली गई, लेकिन वहां कोई खास दस्तावेज या अन्य संपत्ति का ब्यौरा नहीं मिला है। हालांकि इस संबंध में सीबीआई के एएसपी के. भट्टाचार्य ने अधिकृत रूप से जानकारी देने से इंकार कर दिया।
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