भरतपुर। पांच प्रतिशत विशेष आरक्षण की मांग को लेकर 15 मई से शुरू होने वाले गुर्जर आंदोलन को देखते हुए 12 मई से राजस्थान के गुर्जर बाहुल्य क्षेत्र भरतपुर, करौली, बयाना आदि के 70 गांवों में 13 मई तक के लिए इंटरनेट सेवाओं को बंद कर दिया गया है। इस आदेश को आगे भी बढ़ाया जा सकता है। इससे बैंकों और सरकारी दफ्तरों में काम काजठप हो गया है। आम लोगों को भी परेशानी हो रही है। युवा वर्ग विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए आॅनलाइन आवदेन भी नहीं कर पा रहे हैं। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला पहले ही कह चुके हैं कि 15 मई के बाद से ट्रेनें भी रोकी जा सकती हैं। गुर्जरों का यह आंदोलन प्रदेशभर में चलेगा। संविधान में 50 प्रतिशत से अधिक आरक्षण नहीं देने की बाध्यता है, इसलिए गुर्जर समुदाय ने इस बार ओबीसी के 21 प्रतिशत कोटे का विभाजन कर पांच प्रतिशत आरक्षण अलग से देने की मांग की है। आपको बता दें कि पूर्व में हुए गुर्जर आंदोलनों में अब 72 लोगों की मौत हो चुकी है। सरकार को हर आंदोलन में विपरित परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है। राजस्थान में नवम्बर में विधानसभा के चुनाव होने हैं। ऐसे में राज्य की भाजपा सरकार कोई विवाद नहीं चाहती है।
धरने पर बैठने वालों को पहले मुझसे बात तो करनी चाहिए : मुख्यमंत्री
इधर अजमेर में 12 मई को राजपुरोहित समाज के एक समारोह में गुर्जर समुदाय का नाम लिए बगैर मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा कि रोज-रोज धरने पर बैठने वालों को मुझ से बात तो करनी चाहिए। संवाद से हर समस्या का समाधान निकल सकता है। मैं तो 36 कौम के लोगों को साथ लेकर चलती हूं, मैं चाहती हूं कि कौम के लोग एक थाली में भोजन करें। मुझसे किसी को भी नाराज होने की जरूरत नहीं है। मैं तो सभी से मुस्करा कर बात करती हूं किसी भी समारोह में पांच जनों की ओर से मुस्कराने का फार्मूला अपना लिया है। मैं जब किसी नाराज अनजान व्यक्ति की ओर देखकर मुस्कराती हूं तो वह भी खुश हो जाता है। असल में मैं तो किसी को भी नाराज नहीं करना चाहती। अपने संबोधन में भले ही मुख्यमंत्री ने गुर्जरों के आंदोलन का उल्लेख नहीं किया हो, लेकिन आंदोलन के मद्देनजर बातचीत के प्रस्ताव का संकेत तो दे ही दिया है। हो सकता है कि गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति से संवाद के लिए मंत्रियों की कोई कमेटी बना दी जाए। आंदोलन की वजह से पूरा प्रदेश चिंतित है।
कलेक्टर को दिया ज्ञापन
संघर्ष समिति के संयोजक कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला ने 12 मई को भरतपुर के कलेक्टर संदेश नायक को गुर्जर समुदाय की मांगों को लेकर एक ज्ञापन दिया। कलेक्टर ने बैंसला और उनके साथियों से उम्मीद जताई कि आंदोलन के दौरान शांति बनाए रखी जाएगी। कलेक्टर ने बैंसला को सरकार की भावनाओं से भी अवगत कराया। जानकार सूत्रों के अनुसार वार्ता के दौरान कलेक्टर ने संघर्ष समिति के प्रतिनिधियों से मंत्रियों के समूह की वार्ता का प्रस्ताव रखा, जिसे स्वीकार कर लिया गया। माना जा रहा है कि जल्द ही मंत्री समूह से कर्नल बैंसला और गुर्जर समाज के प्रतिनिधियों की बात होगी।
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