बाड़मेर। नकली जीरा प्रकरण में 3 महीने से फरार चल रहे मास्टरमाइंड व इन्वेस्टकर्ता पटेल भरत कुमार (42) निवासी थाना ऊंझा जिला मेहसाणा गुजरात को सिणधरी थाना पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार कर लिया। थाने के एक कॉन्स्टेबल ने 3 दिन मंडी में मजदूर बनकर आरोपी के ठिकाने का पता लगाया।
एसपी दीपक भार्गव ने बताया कि 25 सितंबर को गांव मनणावास एवं करना में पशु आहार बनाने के नाम पर संचालित एक प्लांट में नकली जीरा बना रहे गुजरात के उंझा निवासी प्लांट संचालक पटेल धर्मेंद्र कुमार को गिरफ्तार कर 383 कट्टो से सिणधरी थाना पुलिस ने 19150 किलोग्राम नकली जीरा सहित भारी मात्रा में नकली जिला बनाने की सामग्री बरामद की थी। आरोपी असली जीरे में मिलावट कर संपूर्ण भारत एवं विदेशों में माल एक्सपोर्ट करते थे। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
गिरफ्तार धर्मेंद्र कुमार को अनुसंधान के बाद कोर्ट में पेश कर जेल भेजा गया। नकली जीरा बनाने का मास्टरमाइंड व इन्वेस्टकर्ता आरोपी पटेल भरत कुमार पुलिस टीम की भनक लगते ही फरार हो गया। आरोपी की तलाश में टीम ने गुजरात के उंझा थाना क्षेत्र में तीन-चार बार दबिश दी, मगर हर बार आरोपी भनक लगते ही फरार हो जाता।
कॉन्स्टेबल बना मजदूर-मंडी में उठाई बोरिया
21 दिसंबर को थाना सिणधरी से कॉन्स्टेबल नरपत राम को ऊंझा गुजरात भेजा गया। कॉन्स्टेबल ने 3 दिन ऊंझा की जीरा मंडी में मजदूर बनकर जीरे की बोरियां उठाई। काम करते हुए आरोपी के ठिकाने का सुराग लगाकर टीम को सूचित किया। थानाधिकारी सुरेंद्र कुमार के नेतृत्व में शनिवार को टीम ने गुजरात पहुंच कर आरोपी को दस्तयाब कर लिया।
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