बारां। जिले में मानसून की शुरुआती बरसात के साथ ही बारां जिला अस्पताल पानी पानी हो गया है। अस्पताल में अन्दर चारों ओर पानी भर गया है। जहां अपनी बीमारी का इलाज कराने आ रहे मरीजों व उनके साथ आ रहे तीमारदारों को काफी परेशानी हो रही है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
बारां जिला अस्पताल बारां जिले का सबसे बड़ा अस्पताल है, जहां पर पूरे जिले के मरीज उपचार कराने के लिए पहुंचते है लेकिन अस्पताल में पानी भर जाने के कारण अस्पताल में मेल फेमेल वार्ड में भर्ती मरीजों को परेशानी हो रही है, वहीं पानी की वजह से अस्पताल में सब अस्तव्यस्त हो जाने के कारण मरीजों की जांचें भी समय पर नहीं हो पा रही।
बारां जिला अस्पताल का पूर्व में कई वर्षो पहले निर्माण हुआ था, लेकिन राज्य सरकार व कवाई में संचालित अडानी पॉवर प्लांट के अडानी फाउण्डेशन के सहयोग से 21 अप्रेल 2016 को मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने नवनिर्माण की आधारशिला रखी थी, जिससे बारां जिले में नये, व अत्याधुनिक सुविधा युक्त अस्पताल का नया निर्माण हो सके जहां पर अडानी फाउण्डेशन के माध्यम से व देखरेख में अस्पताल का निर्माण कराया गया जहां पर लागत लगभग 10 आई थी, साथ नवनिर्मित अस्पताल का लोकार्पण 15 दिसम्बर 2017 को मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे व केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने किया था।
लेकिन अब अस्पताल के पीछे के वार्डों में मानसून का बरसाती पानी भर गया है और जो पूरे बारां शहर सहित जिले के ग्रामीण क्षेत्रों से अपनी बीमारी का इलाज करवाने आ रहे मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है तो वहीं प्रशासन ने भी अस्पताल में अन्दर भरे पानी की निकासी का कोई जतन नही किया है। वहीं मुख्य जिला चिकित्सा अधिकारी को तो यहां तक पता नहीं है कि अस्पताल में बरसाती पानी भरा है।
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