बांसवाड़ा। पोषाहार का बिल पास करने के एवज में रिश्वत लेते सरकारी स्कूल के प्रधानाचार्य को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो डूंगरपुर की टीम ने गिरफ्तार किया है। प्रधानाचार्य ने रिश्वत के रूप में बतौर कमीशन तीस हजार रुपए लिए थे। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
डूंगरपुर ब्यूरो के उपाधीक्षक गुलाब सिंह ने बताया कि गांगड़तलाई पंचायत समिति के सेंड नानी राजकीय आदर्श उच्च माध्यमिक विद्यालय के प्रधानाचार्य हंसराज मीणा को 30 हजार की रिश्वत लेते पकड़ा है। मीणा ने अपने अधीनस्थ विद्यालय में कक्षा 1 से 8 तक के मिड-डे-मील स्कीम के पोषाहार के बिल को पास करने की एवज में बारकुंडा स्कूल के प्रभारी वीरसिंह गरासिया से तीस हजार की रिश्वत मांगी थी।
इस पर बारकुंडा स्कूल प्रभारी ने ब्यूरो की डूंगरपुर शाखा को शिकायत की। एसीबी ने शिकायत का सत्यापन कराया तो शिकायत पाई गई। प्रधानाचार्य के साथ हुए सौदे के अनुसार परिवादी रिश्वत की राशि लेकर स्कूल पहुंचा। वहां जैसे ही प्रधानाचार्य हंसराज को राशि थमाई, एसीबी टीम ने उसे दबोच लिया। उल्लेखनीय है कि बांसवाड़ा जिले में पहले भी दो प्रधानाचार्य पोषाहार के बिल पास करने की एवज में ट्रैप हो चुके हैं।
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