बांसवाड़ा। ज्योतिष शास्त्र में किसी व्यक्ति के भूत, भविष्य और वर्तमान जानने के अनेक तरीके हैं, लाल किताब जीवन की समस्याओं के समाधान की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। लाल किताब से यह जाना जा सकता है कि- हमारे जीवन में कौन सा ग्रह हमें फायदा दे रहा है और कौन सा ग्रह हमें नुकसान दे रहा है।
लाल किताब के उपाय इसी पर आधारित है, लाल किताब का जो सिद्धांत है वह है....मित्र को अपने पास रखो और शत्रु को दूर रखो। प्रत्येक व्यक्ति की कुंडली में कुछ ग्रह मित्र होते हैं, कुछ सम होते हैं और कुछ शत्रु होते हैं।
लाल किताब मित्र ग्रह से संबंधित वस्तुओं को पास रखने के लिए और शत्रु ग्रह को दूर करने के लिए शत्रु ग्रह से संबंधित वस्तुओं का दान करने के उपाय बताती है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
लाल किताब के उपाय काफी प्रभावी होते हैं, लेकिन....इनका उपयोग करते समय सावधानी जरूरी है, क्योंकि यदि मित्र ग्रह के साथ शत्रु ग्रह जैसा उपाय कर दिया, तो लाभ की जगह नुकसान हो जाएगा।
लाल किताब यह संकेत भी देती है कि कौन सा ग्रह कौन से भाव में हो तो उसके क्या संकेत हैं, जैसे केतु ग्रह अलग-अलग भाव में होता है तो उसे भाव से संबंधित अंग पर चोट या तिल का निशान होता है, यही नहीं.... यदि यह निशान गहरा है तो व्यक्ति की कुंडली में केतु की बड़ी भूमिका होती है और यह निशान हल्का है तो केतु गोचर के सापेक्ष फल प्रदान करता है।
यदि आप आप लाल किताब से अपनी समस्याओं का समाधान चाहते हैं तो अपनी जन्म तारीख जन्म समय और जन्म स्थान की जानकारी.... व्हाट्सएप- 6367472963 पर भेजें, क्योंकि यह सेवा न सशुल्क है, न निशुल्क है, स्वैच्छिक है, इसलिए इसी नंबर पर न्यूनतम स्वैच्छिक राशि (कम-से-कम 1 रुपया) भेज कर इस अभियान को आगे बढ़ाने में सहयोग प्रदान करते हुए लाल किताब का लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
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