जयपुर । अलवर की पुलिस अधीक्षक
(एसपी) तेजस्विनी गौतम ने एक आश्चर्यजनक बयान में कहा है कि मंगलवार को
यहां एक पुलिया पर खून से लथपथ अवस्था में मिली मूक-बधिर लड़की का बलात्कार
नहीं हुआ है।
ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
शुक्रवार देर शाम जेके लोन अस्पताल द्वारा साझा की गई राय के
'आधार' पर, उन्होंने कहा कि नाबालिग के साथ बलात्कार नहीं किया गया है और
उसकी चोटों के कारणों का पता लगाने के लिए जांच जारी है।
एसपी ने
बताया कि बच्ची के प्राइवेट पार्ट में चोट के निशान हैं, हालांकि रेप जैसे
तथ्य सामने नहीं आए हैं। उन्होंने कहा कि चिकित्सा विशेषज्ञों ने फोरेंसिक,
चिकित्सा और तकनीकी विशेषज्ञों के आधार पर यह जानकारी दी है।
उन्होंने
कहा, "हम इस बात की जांच कर रहे हैं कि वह पुलिया पर कैसे घायल हुई।"
उन्होंने कहा, "हम नए तथ्यों का खुलासा होने के बाद उन्हें साझा करेंगे।"
"लड़की
को सड़कों पर अकेले घूमते देखा गया था। वह एक ऑटो में एक गांव से शहर आई
थी, जिसका पता लगा लिया गया है लेकिन आज तक यौन उत्पीड़न का कोई मामला नहीं
मिला है।"
एसपी ने कहा, "पुलिया पर जाने के दौरान उसके साथ कोई
संदिग्ध व्यक्ति नहीं देखा गया था। अगले 10 मिनट में उसके साथ क्या हुआ, यह
अभी पता नहीं चल पाया है। कुल 300 सीसीटीवी कैमरे खंगाले गए हैं।"
लड़की
मंगलवार सुबह अलवर में पुलिया पर खून से लथपथ अवस्था में मिली थी और उसे
गंभीर अवस्था में अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने करीब तीन घंटे तक
उसका ऑपरेशन किया।
इसके बाद पुलिस ने एसआईटी जांच का गठन किया।
इस बीच बीजेपी ने सपा के दावों पर आपत्ति जताते हुए कहा है कि बिना एसआईटी रिपोर्ट के ऐसा बयान क्यों दिया गया है।
--आईएएनएस
मुंबई और कोंकण में भारी बारिश के बाद कई इलाकों आई बाढ़
पीएम मोदी ने तेजस्वी को फोन किया, लालू यादव का हाल-चाल जाना
बाप-बेटी की जोड़ी ने रचा इतिहास, समान फॉर्मेशन में उड़ाए हॉक-132 विमान
Daily Horoscope