अजमेर। अजमेर जीआरपी व आरपीएफ की टीम ने संयुक्त कार्रवाई में मां के साथ अजमेर जियारत करने आई 4 वर्ष की मासूम को रेलवे स्टेशन परिसर से अगवा करने वाले अभियुक्त रज्जाक लोहार पुत्र गफूर (35) निवासी रावजी का मोहल्ला थाना कोतवाली नीमकाथाना व अपहृत मासूम को गुजरात के साबरमती से दस्तयाब कर लिया।
ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
अजमेर जीआरपी एसपी राममूर्ति जोशी ने बताया कि प्रारंभिक पूछताछ में आरोपी ने बालिका को गुजरात ले जाकर अपने साथ रखने व पढ़ाई करवाने के लिए अपहरण करना बताया है, लेकिन पुलिस अपहरण के वास्तविक उद्देश्य के संबंध में आरोपी से गहनता से पूछताछ कर रही है। घटना के समय आरोपी अत्यधिक शराब के नशे में और मदहोशी की हालत में था।
बच्ची के साथ प्लेटफार्म पर ट्रेन का इंतजार कर रही महिला
गांव भटाना थाना मण्डार जिला सिरोही निवासी महिला मरियम पत्नी पिंटू खान (35) अजमेर अपनी 4 साल की बेटी के साथ दरगाह जियारत करने आई थी। 10 सितंबर की रात करीब 8:00 बजे वापस गांव जाने के लिए रेलवे स्टेशन प्लेटफार्म एक पर बने चबूतरे पर बैठ ट्रेन का इंतजार कर रही थी।
कोल्ड ड्रिंक पिला विश्वास जीता
इतनी देर में एक 28 से 30 साल का युवक उनके पास आकर बैठ गया। आते ही महिला और उसकी बेटी से बातें करने लगा। थोड़ी देर में बच्ची को गोद में उठाकर पास की दुकान से एक पेप्सी की छोटी बोतल लेकर आया। बातों ही बातों में महिला का विश्वास जीत लिया। बातचीत करने के बाद जैसे ही महिला का ध्यान हटा युवक बेटी को ले गया। घबराई मां ने प्लेटफार्म पर खड़ी आरपीएफ की कांस्टेबल मंजू को सारी घटना बता दी। महिला की रिपोर्ट पर थाना जीआरपी पर मुकदमा दर्ज किया गया।
घटना की गंभीरता को देखते हुए आरोपी व अपहृत बच्ची की तलाश के लिए एसपी जोशी द्वारा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नरेश शर्मा व पुलिस उपाधीक्षक जीआरपी राम अवतार के सुपरविजन में एसएचओ जीआरपी थाना सोमेंद्र कुमार व आरपीएफ के इंस्पेक्टर राजेंद्र चौधरी के नेतृत्व में संयुक्त टीम गठित की गई। गठित टीम द्वारा रेलवे स्टेशन अजमेर व शहर के विभिन्न क्षेत्रो में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को खंगाला गया। प्रदेश में व अन्य राज्य के रेलवे स्टेशनों पर तत्काल मैसेज भेजा गया। जिसके फल स्वरुप आरोपी रज्जाक लोहार व अपहृत बालिका को साबरमती गुजरात से दोनों टीमों द्वारा डिटेन कर लिया गया।
अब तक की पूछताछ से सामने आये अपहरण के कारण
आरोपी ने अब तक की पूछताछ में बताया कि 10 सितम्बर को अत्यधिक शराब के नशें में मै अजमेर रेलवे स्टेशन आया। जहां उसे बालिका व उसकी मॉ अकेली बैठी दिखायी दी। वह भी बालिका की माँ के पास बैठ गया तथा उसे शादी करने का ऑफर दिया। जिसे बालिका की मां ने ठुकरा दिया। अपने अकेलेपन के कारण बच्ची को रेलवे स्टेशन अजमेर से अगवा कर ले गया। जिसे वह अपने साथ मोडासा, गुजरात ले जाने वाला था और इसे अपने साथ रखकर बालिका को वही नजदीक मदरसे में पढाई करवाता।
आरोपी का पिता करीबन 15 साल पहले तथा माता बचपन में ही गुजर चुकी है। पिता की मृत्यु के बाद आरोपी ने अपना पुश्तैनी मकान चाचा को बेच दिया। पिता की मौत पर इनके परिचित मोडासा गुजरात से आये थे, जिन्होंने आरोपी को मोडासा आकर मजदूरी करने को कहा। आरोपी अपना सब कुछ बेचकर गुजरात रहकर वैल्डिंग का काम करने लग गया।
वर्तमान में कुछ महीनों से आरोपी गुजरात से राजस्थान आ गया तथा अलग-अलग रेलवे स्टेशनों पर बोतलें बीनकर अपना गुजर-बसर करने लग गया। आरोपी के रहने का अभी कोई ठोर-ठिकाना नही है।
अविवाहित आरोपी अकेलेपन के कारण बच्ची को अगवा कर अपने साथ रखना बताता है। जिससे अपहरण के वास्तविक उद्देश्य के बारे में पुलिस की टीम गहनता से पूछताछ कर रही है। आरोपी को शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा।
कूटरचित दस्तावेज के आधार पर विदेश में फर्जी नौकरी दिलवाने वाला गिरफ्तार
कैब लूटने वाले बदमाशों को पुलिस ने मुठभेड़ में किया गिरफ्तार
बिहार: वारंटी की गिरफ्तारी के दौरान पुलिस-परिजनों में झड़प, कई घायल
Daily Horoscope