खडूर साहिब। फतियाबाद गांव के रहने वाले 20-21 वर्षीय रूपिंदर सिंह, जो अपने माता-पिता के इकलौते बेटे थे, की सड़क हादसे में दर्दनाक मौत ने पूरे गांव को शोक में डाल दिया है। रूपिंदर अपने दोस्तों के साथ बाबा बकाला में रक्खड़ पूनिया का मेला देखने जा रहे थे, लेकिन यह यात्रा उनके जीवन की अंतिम यात्रा साबित हुई।
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जानकारी के मुताबिक खडूर साहिब हलके के पास, एक अज्ञात वाहन ने रूपिंदर को पीछे से टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि रूपिंदर की मौके पर ही मौत हो गई। यह खबर जब परिवार तक पहुंची, तो उनकी खुशी के सभी पल मातम में बदल गए।
परिवार पर यह दुख का पहाड़ उस समय टूटा जब देशभर में बहनें अपने भाइयों को राखी बांध रही थीं। रूपिंदर की बहन ने अपने इकलौते भाई की मौत के बाद उसे अंतिम समय में राखी बांधी, जो कि एक बेहद मार्मिक दृश्य था। परिवार इस त्रासदी से उबर नहीं पा रहा है, और गांव का माहौल भी गमगीन हो गया है।
रूपिंदर के ताया, बलकार सिंह, और गांव के नंबरदार, सुखदेव सिंह, ने इस घटना के बारे में मीडिया से बात करते हुए बताया कि रूपिंदर मेला देखने को लेकर बहुत उत्साहित था, लेकिन यह उत्साह अचानक ही मातम में बदल गया। गांव के लोग भी इस दुखद घटना से स्तब्ध हैं और परिवार के साथ इस गहरे दुख में शामिल हो गए हैं।
रूपिंदर के परिवार ने अन्य माता-पिता से अपील की है कि वे अपने बच्चों का ध्यान रखें, ताकि कोई और परिवार इस तरह की त्रासदी का सामना न करे। उन्होंने कहा कि इस हादसे ने उनकी जिंदगी में जो खालीपन पैदा कर दिया है, उसे कोई भी भर नहीं सकता। उन्होंने सतर्कता की जरूरत पर जोर देते हुए कहा कि इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए हर किसी को सावधान रहना चाहिए।
इस घटना ने न सिर्फ परिवार को बल्कि पूरे गांव को शोक में डूबो दिया है, और यह एक याद दिलाती है कि जीवन कितना अनिश्चित हो सकता है।
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