रोपड़। बिजली कर्मचारियों ने 10 सितंबर से 12 सितंबर तक तीन दिनों के सामूहिक अवकाश पर जाने का निर्णय लिया है और इस दौरान वे विरोध प्रदर्शन करेंगे। इस निर्णय की जानकारी सर्कल रूपनगर के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह अकबरपुर ने साझा की।
ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
रिक्त पदों की भर्ती : हजारों खाली पड़े पदों को नियमित भर्ती के माध्यम से भरने की मांग की जा रही है।
कार्यकर्ता लाभ और सुरक्षा : दुर्घटना में शिकार कर्मचारियों के लिए कैशलेस इलाज की सुविधा, दुर्घटना के दौरान मृत्यु होने पर परिवार के सदस्यों को नौकरी, और संबंधित एफआईआर को बंद करने की मांग।
वेतन और पदोन्नति : वेतन बैंड टू ओसी श्रेणी में बढ़ोतरी, पदोन्नति में रुकावट दूर करने, और अन्य श्रेणियों की पदोन्नति में सुधार की मांग।
अनुबंध श्रमिकों की नियमितता : इन-हाउस अनुबंध श्रमिकों को नियमित करने, और संशोधित भत्तों के 32 महीने के बकाया को जारी करने की मांग।
पृष्ठभूमि : 17 जुलाई 2020 से पहले के पुनर्गठन के दौरान समाप्त किए गए पदों की बहाली की मांग की जा रही है। कर्मचारियों ने 15 अगस्त तक वित्त मंत्री और मुख्यमंत्री से वार्ता कर मांगों पर सहमति प्राप्त की थी, लेकिन अब ऊर्जा प्रबंधन और बिजली मंत्री ने मांगों को लागू करने से इनकार कर दिया है।
विरोध का विस्तार : 21 अगस्त से, बिजली कर्मचारी वर्क टू रूल के तहत अपनी ड्यूटी कर रहे हैं और 30 सितंबर तक यह जारी रहेगा। 10 से 12 सितंबर तक सभी बिजली कर्मचारी प्रमंडल कार्यालयों के समक्ष धरना देंगे और पूरे प्रबंधन/निदेशक के खिलाफ काले झंडों के साथ विरोध प्रदर्शन करेंगे।
कर्मचारी सरकार से अपनी समस्याओं का समाधान शीघ्र करने की मांग कर रहे हैं, अन्यथा बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन की चेतावनी दी गई है।
रूटीन हेल्थ चेकअप के लिए अस्पताल पहुंचे रतन टाटा, खुद दी तबीयत को लेकर जानकारी
किसी भी धर्म पर अपमानजनक टिप्पणी अस्वीकार्य, लेकिन विरोध के नाम पर अराजकता भी बर्दाश्त नहीं : CM योगी
'युद्ध विराम का समय आ गया है'- इजरायली पीएम से बोले फ्रांस के राष्ट्रपति
Daily Horoscope