चंडीगढ़। राज्य में पंजाब सरकार द्वारा चलाई जा रहे मीज़ल्ल रूबैला अभियान अधीन 28 दिनों में 39 लाख बच्चों का टीकाकरण किया गया है। इस संबंधी जानकारी देते हुए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री ब्रह्म मोहिंद्रा ने बताया कि मीजल़्ल रूबैला टीकाकरण अभियान के विरुद्ध नकारात्मक और झूठी खबरें फैलने के बावजूद भी स्वास्थ्य विभाग ने इस अभियान को राज्य के घर-घर तक सफलतापूर्वक पहुंचाया है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
उन्होंने कहा कि मीजल़्ल रूबैला टीकाकरण के लिए निश्चित किए गए लक्ष्य के अनुसार बच्चों का टीकाकरण करने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा व्यापक स्तर पर आम जनता विशेषतौर पर माँ बाप और अध्यापकों को जागरूक किया गया। उन्होंने कहा कि अभियान की शुरुआत से लेकर अब तक 28 दिनों में 39 लाख बच्चों का टीकाकरण मुकम्मल होने से पता लगता है कि यह अभियान निरंतर निश्चित लक्ष्य की तरफ सफलतापूर्वक बढ़ रहा है। उन्होंने विश्वास ज़ाहिर करते हुए यह भी कहा कि इस राष्ट्रीय अभियान को समय अनुसार यकीनी तौर पर पूरी कर लिया जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा मई, 2018 से शुरू की गई मीज़ल्ल रूबैला टीकाकरण अभियान का मुख्य मंतव्य राज्य के 9 महीनों से लेकर 15 वर्ष तक के बच्चों का टीकाकरण करके सुरक्षित करना है।
उन्होंने टीकाकरण के लिए गठित की गई टीमों, सुपरवाइजऱों और उच्च अधिकारियों को बधाई देते हुए कहा कि स्वास्थ्य, शिक्षा और सामाजिक सुरक्षा विभाग की सख्त मेहनत और जज़्बे के कारण ही इतने कम समय में 39 लाख बच्चों का टीकाकरण करना संभव हो पाया है। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर कुछ झूठी अफवाहें और वीडिओज़ के बावजूद भी राज्य के लोगों द्वारा मीजल़्ल रूबैला अभियान के प्रति अपना भरोसा दिखाते हुए बड़ी संख्या में बच्चों का टीकाकरण करवाया गया।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि देश में से मीजल़्ल रूबैला का ख़ात्मा करने के लिए 9 माह से लेकर 15 वर्ष तक के बच्चों का एम.आर. /एम.एम.आर. टीकाकरण या पहले मीज़ल्ल रूबैला की बीमारी आदि होने के बावजूद भी इन बच्चों का टीकाकरण करना लाजि़मी है। उन्होंने कहा कि यह अभियान पहले पड़ाव में स्कूलों में चलाई जा रहा है, इसके बाद दूसरे पड़ाव अधीन दूर-दराज़ के बच्चों को कवर करने के लिए विशेष सैशन लगाए जा रहे हैं।
उन्होंने स्वास्थ्य विभाग द्वारा किये गए प्रबंधों संबंधी जानकारी देते हुए कहा कि निश्चित लक्ष्य को पूरा करने के लिए पंजाब सरकार द्वारा 29000 स्कूलों को कवर करने के लिए 5200 विशेष टीमें 1733 सुपरवाइजऱ तैनात किये गए जिसके लिए लगभग 59000 टीकाकरण सैशन लगाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि मीज़ल्ल के साथ होने वालों मौतें और रूबैला सिंड्रोम के साथ होने वाली जन्मजात बीमारियाँ को काबू पाने के लिए राज्य के 100 प्रतिशत बच्चों का टीकाकरण करना अति -ज़रूरी है। उन्होंने कहा कि राज्य के सभी ग्रामीण और दूर-दराज के इलाकों में रह रहे बच्चों का टीकाकरण करने के लिए विस्तृत माईक्रो योजना बनाई गई है और पोलियो की तरह ही देश में से वर्ष 2020 तक मीज़ज्ल रूबैला की बीमारी का भी ख़ात्मा कर दिया जायेगा।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि खसरा वायरस के साथ होने वाली एक संक्रमित बीमारी है। इस बीमारी से लगभग 49000 बच्चों की सालाना मौत होती है जोकि भारत में बच्चों की मौत का बड़ा कारण है। उन्होंने बताया कि खसरा को टीकाकरण की दो खुराकों से रोका जा सकता है जो कि बिल्कुल सुरक्षित और असरदार हैं। इसी तरह रूबेला भी एक संक्रमित बीमारी है जोकि बच्चों और नौजवान दोनों को प्रभावित करती है। यदि एक गर्भवती महिला गर्भ धारण से पहले इस बीमारी से प्रभावित हो, तो यह नव-जन्म ले रहे बच्चो की मौत और अपंगता का कारण बन सकती है। रूबेला वायरस गर्भपात और गंभीर जन्मजात कमियों के साथ -साथ नया जन्म ले रहे बच्चो के लिए अंधेपन और बहरेपन का कारण भी बन सकता है।
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