चंडीगढ़ । पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बरगाड़ी मामले संबंधी अपनी सरकार के नाकाम रहने के लगाऐ जा रहे सभी दोषों को रद्द करते हुए कहा है कि जस्टिस रणजीत सिंह के नेतृत्व वाला आयोग बेअदबी की अलग अलग घटनाओँ की जांच कर रहा है जिनमें फरीदकोट जिले के कोटकपूरा की वह घटना भी शामिल है जिसमें दो व्यक्ति मारे गए थे। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
इस मुद्दे से राजनैतिक फ़ायदा लेने की कोशिश कर रहे आम आदमी पार्टी और अन्य नेताओं की तीखी आलोचना करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि न केवल कमीशन ने बेअदबी के पहले मामलों की भी अच्छी तरह जांच की है बल्कि उनकी सरकार द्वारा राज्य की सत्ता संभालने के बाद की नयी घटनाओं में शामिल दोषियों के विरुद्ध भी सरकार द्वारा प्रभावी कार्यवाही की जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि रणजीत सिंह कमीशन का गठन अप्रैल 2017 में किया गया था और इसने बरगाड़ी और बहबल कलाँ अध्यायों के साथ साथ पवित्र श्री गुरु ग्रंथ साहिब और अन्य पवित्र धार्मिक ग्रंथों की बेअदबी के सभी मामलों की गहराई से जांच की। उन्होंने कहा कि वह इस समय सबूतों को एकत्रित करने के लिए घटना वाले स्थानों का दौरा कर रहे हैं। तीन और केस जो सभी 2015 से संबंधित हैं, सीबीआई के पास लम्बित पड़े हैं जिनकी उसके द्वारा जांच की जा रही है। कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि वास्तव में शिरोमणी अकाली दल ने कमीशन को सहयोग देने की जगह इसको ख़त्म करने की माँग की थी। इससे स्पष्ट है कि बादलों के नेतृत्व में अकालियों को कमीशन की जांच का डर है क्योंकि यह कमीशन बेअदबी की सभी घटनाओं का बहुत गहराई में जाकर जांच कर रहा है जो राज्य को अस्थिर करने के लिए रचीं गई थीं।
कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि यह बहुत दुर्भाग्य की बात है कि आम आदमी पार्टी का समर्थन प्राप्त कुछ पंथिक नेता पीडितों को न्याय दिलाने और दोषियों को सज़ा दिलाने के कमीशन और सरकार के प्रयासों को कमज़ोर करने की कोशिशें कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 1 मार्च 2017 से राज्य में बेअदबी के 69 मामले दर्ज किये गए और 57 का पहले ही पता लगा लिया है जबकि कि 12 की जांच चल रही है। उन्होंने कहा कि बरगाड़ी की घटना उनके सत्ता संभालने से पहले हुई थी जिस कारण पिछली घटनाओं की जांच करना स्वभाविक रूप से कठिन काम है परन्तु रणजीत सिंह कमीशन इस साजिश को नंगा करने के लिए बहुत ही ध्यानपूर्वक और बढिय़ा तरीके से लगा रहा। उन्होंने कहा कि कमीशन द्वारा जांच मुकम्मल किये जाने और अपनी रिपोर्ट पेश किये जाने के बाद यकीनी तौर पर दोषियों को कटघरे में खड़ा किया जायेगा।
मुख्यमंत्री ने पंजाब की कड़ी मेहनत से प्राप्त की गई शान्ति को भांग करने वाले इन मामलों में शामिल किसी को न क्षमा करने की अपनी वचनबद्धता दोहराई क्योंकि राज्य ने पहले ही इसका बहुत नुक्सान उठाया है।
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