चंडीगढ़ । दो बार सांसद रह चुके पूर्व
आईपीएस अधिकारी एवं खालिस्तान समर्थक सिमरनजीत मान ने उपचुनाव में आप
प्रत्याशी को हराकर पंजाब की संगरूर सीट पर रविवार को जीत हासिल कर ली।
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शिरोमणि अकाली दल-अमृतसर के 77 वर्षीय प्रत्याशी मान ने अपने
निकटतम प्रतिद्वंद्वी आप के गुरमैल सिंह को छह हजार से अधिक वोटों के अंतर
से हराया। मान ने संगरूर सीट पर 1999 में भी जीत हासिल की थी।
मान
कारोबारियों के लिए पाकिस्तान की सीमा खोलने की मांग करते रहे हैं और वह
जरनैल सिंह भिंडरावाला की विचारधारा को मानते हैं। चुनाव जीतने के बाद मान
से सिखों के लिए भिंडरावाला के योगदान को याद किया।
उन्होंने कहा कि
उनकी जीत का श्रेय उन लोगों को जाता है, जिन्होंने सिखों के लिए अपने जीवन
का बलिदान कर दिया। उन्होंने दीप सिंधु और सिद्धु मूसेवाला को भी याद
किया।
गत 23 जून को हुए मतदान में 45.3 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट
डाले। इस सीट पर 16 प्रत्याशी अपनी चुनावी किस्मत आजमाने उतरे थे। यह सीट
मुख्यमंत्री भगवंत मान के इस्तीफे के कारण खाली हुई थी।
भगवंत मान
2014 के लोकसभा चुनाव में शिरोमणि अकाली दल के प्रत्याशी सुखदेव सिंह
ढींढसा को 2.10 लाख से अधिक वोटों से हराकर सांसद बने थे। इसके बाद 2019 के
चुनाव में भी उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी केवल सिंह ढिल्लों को 1.1 लाख
से अधिक वोटों के अंतर से हरा दिया था।
इस साल हुए विधानसभा चुनाव
में राज्य की 117 सीटों पर से 92 सीटें आप ने झटक ली थी जबकि कांग्रेस के
खाते में 18 सीटें ही आ पाईं थीं। साल 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस
के खाते में 77 सीटें थीं।
संगरूर की सभी नौ विधानसभा सीटों पर आप
के प्रत्याशियों ने ही जीत हासिल की थी लेकिन लोकसभा सीट पर वह अपना कब्जा
बरकरार रखने में असफल साबित हुई।
--आईएएनएस
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