चंडीगढ़ । पंजाब सरकार द्वारा शहर निवासियों को घर बैठे सरल और पारदर्शी सेवाएं देने की दिशा में बड़ा कदम उठाते हुये स्थानीय निकाय विभाग की तरफ से नन्दन नीलकेनी की कंपनी ई -गव के साथ आपसी सहमति के समझौते (एम.ओ.यू.) पर हस्ताक्षर किया गया। यह समझौता बुधवार को यहाँ स्थित पंजाब म्युनिसिपल भवन में स्थानीय निकाय मंत्री स. नवजोत सिंह सिद्धू की उपस्थिति में पी.एम.आई.डी.सी. के सी.ई.ओ. अजोय शर्मा और ई -गव के सी.ई.ओ. विराज त्यागी के बीच सहीबद्ध हुआ हैं। इस मौके पर ई -गव के डायरैक्टर भार्गावा भी उपस्थित थे। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
प्रैस के नाम जारी बयान में स. सिद्धू ने कहा कि पंजाब के समूह शहरों और कस्बों के निवासियों को एक वर्ष में 12 वर्गो के अंतर्गत 67 अॅानलाइन सेवाएं मुहैया करवाई जाएंगी। उन्होंने बताया कि यह सेवाएं प्राप्रटी टैक्स, जल और सिवरेज प्रबंधन, शिकायतें, फायर सेवाएं, वैरीफिकेशन, जन्म और मृत्यु सर्टिफिकेट, शहरी स्थानीय इकाईयों के वेब पोर्टल, मोबाइल एप, स्टेट और शहरी स्थानीय इकाईयाँ डैशबोर्ड, पेरोल और वित्तीय लेखा परीक्षण से संबधित हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी शहरी को कोई भी सेवा लेने के लिए कार्यालय नहीं जाना पड़ेगा और वह घर बैठे ही आनलाइन सेवाएंं हासिल कर सकेंगे। इसके साथ भ्रष्टाचार पर नकेल कसी जायेगी और कार्यालयों में परेशानी खत्म हो जाएगी।
पंजाब म्युनिसिपल भवन में ही एक ओैर मीटिंग में स.सिद्धू और वातावरण प्रेमी संत बाबा बलबीर सिंह सीचेवाल ने नेशनल ऐनवायरमैंटल इंजनियरिंग रिर्सच इंस्टीट्यूट (नीरी) के अधिकारियों के साथ शहरों के नालोंं और सिवरेज ट्रीटमेंट प्लांटों की सफ़ाई के प्रोजैक्ट का मुल्यांकन किया गया। विभाग द्वारा इस प्रोजैक्ट सम्बन्धित नीरी के साथ बीते दिनों समझौता किया गया था। स.सिद्धू ने नीरी के डायरैक्टर डा. टी.बैनरजी और सीनियर वैज्ञानिकों राकेश वर्मा और रमन शर्मा ने कहा कि वह अपने प्रोजैक्ट में बाबा सीचेवाल की मदद लें । बाबा सीचेवाल ने कंपनी को विश्वास दिलाया कि वह हर तरह की मदद मुहैया करवाएगे।
नीरी के अधिकारियों के साथ बातचीत के पश्चात स. सिद्धू ने बताया कि अमृतसर में तुंग ढाब नाले की सफ़ाई के प्रोजैक्ट का काम 16 मार्च से शुरू हो जायेगा जिसकी लागत 5 करोड़ रुपए आयेगी। उन्होंने कहा कि इसके अलावा लुधियाना में बूढ़े नाले और जमालपुर सिवरेज ट्रीटमेंट प्लांट की सफ़ाई का प्रोजैक्ट जिसकी लागत 31 करोड़ रुपए आयेगी, कैबिनेट की मंज़ूरी उपरांत शुरू होगा। उन्होंने कहा कि इन प्रोजैेक्टों की सफलता को देख कर पंजाब के बाकी सभी शहरों और कस्बों के नालोंं और सिवरेज ट्रीटमेंट प्लांटों की सफ़ाई करवाई जायेगी।
स. सिद्धू ने आगे अन्य जानकारी देते हुये बताया कि नीरी द्वारो तीन सालों के अंदर कूड़े के ढेरों की मुकम्मल सफ़ाई की जायेगी। उन्होंने कहा कि पिछले 20 वर्षो से लगे बड़े -बड़े कूड़ेके ढेरों का मुकम्मल सफाया करने के लिए नीरी द्वारा आने वाले दो महीनों में इनका वैज्ञानिक अध्ययन किया जायेगा। उन्होंने कहा कि नीरी के सहयोग से पंजाब के शहरों की मुकम्मल छवि बदली जायेगी। उन्होंने कहा कि नालों और सिवरेज ट्रीटमेंट प्लांटों का फूल पौधों से सौन्दर्यकरण किया जायेगा। उन्होंने औद्योगिक संस्थानो को चेतावनी देते हुये कहा कि यदि किसी भी संस्थान द्वारा बिना ट्रीटमेंट से पानी किसी नाले में फेंका गया तो उनके विरुद्ध सख्त कार्यवाही की जायेगी। इस संबंधी उन्होंने पंजाब प्रदूषण रोकथाम बोर्ड को भी ऐसे औद्योगिक घरानों के खि़लाफ़ सख्ती करने के लिए कहा।
इस अवसर पर अमृतसर स्मार्ट सिटी के प्रोजैक्ट मैनेजर लै. जनरल मनु चौधरी भी उपस्थित थे।
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