चंडीगढ़ । पंजाब पुलिस ने तीन सप्ताह तक चले अभियान में पिंडा गिरोह से जुड़े एक रंगदारी और हथियार तस्करी रैकेट का भंडाफोड़ किया है। यह जानकारी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) स्वपन शर्मा ने शुक्रवार को दी। गैंगस्टर विक्की गौंडर, पलविंदर सिंह उर्फ पिंडा के एक करीबी सहयोगी को मास्टरमाइंड कहा जाता है और जाहिर तौर पर जालंधर के मूल निवासी परमजीत उर्फ पम्मा की मदद से गिरोह को संभाल रहा था। वर्तमान में वे ग्रीस में रह रहा है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
हमलावरों की पहचान सुनील मसीह, रविंदर, प्रदीप सिंह, मनजिंदर, सुखमन सिंह, संदीप, मेजर सिंह, अप्रैल सिंह, बलविंदर, सालिंदर सिंह, सतपाल, देविंदरपाल सिंह और सतवंत सिंह के रूप में हुई है। सभी हिस्ट्रीशीटर हैं और हत्या, हत्या के प्रयास, जबरन वसूली और हथियारों की तस्करी सहित आपराधिक मामलों का सामना कर रहे हैं।
जबकि छह और को गिरफ्तार किया गया था, उनकी पहचान अमरजीत, बलबीर मसीह, एरिक और बादल, हरविंदर सिंह और बचित्तर सिंह के रूप में की गई है।
पुलिस ने उनके पास से सात .32 बोर की पिस्तौल और तीन .315 बोर की पिस्तौल सहित नौ हथियार बरामद किए हैं, इसके अलावा उनके पास से 8 लाख रुपये की विदेशी मुद्रा भी बरामद हुई है।
एसएसपी ने कहा कि परमजीत गिरोह को वित्तपोषित करता था और हवाला के जरिए अमरजीत को विदेशी मुद्रा भेजता था, जिसने इसे गिरोह के सदस्यों के बीच अपराध को अंजाम देने के लिए बांट दिया।
उन्होंने कहा कि गिरोह पिछले छह वर्षो से सक्रिय था और मध्य प्रदेश से जबरन वसूली, सशस्त्र राजमार्ग डकैती, भू माफिया और हथियार तस्करी में शामिल रहा है।
शर्मा ने कहा, "इस समूह की गिरफ्तारी से पुलिस जालंधर और बठिंडा में हुई हत्या, रंगदारी और लूट के तीन ब्लाइंड मामलों का भी पदार्फाश करने में सफल रही है।"
--आईएएनएस
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