नई दिल्ली/चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मंत्रीमंडल से बिजली और सिंचाई मंत्री राणा गुरजीत सिंह का इस्तीफ़ा मंज़ूर कर लिया है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
आज
यहाँ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ हुई बैठक के बाद
मुख्यमंत्री ने पत्रकारों के साथ संक्षिप्त बातचीत के दौरान यह खुलासा
किया।
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि कैबिनेट
मंत्री द्वारा 10 दिन पहले दिए इस्तीफे के मामले पर आज राहुल गांधी के साथ
विचार-विमर्श के बाद इसको स्वीकृत करने का फ़ैसला किया गया। मुख्यमंत्री ने
बताया कि अगली आवश्यक कार्यवाहियों के लिए राणा गुरजीत सिंह का इस्तीफ़ा
अब राज्यपाल को भेज दिया जायेगा।
अपने इस्तीफे
में राणा गुरजीत सिंह ने कहा कि चाहे वह पछिले 10 वर्षों से अपने परिवार के
कारोबार से नहीं जुड़े हुए परन्तु पिछले कुछ महीनों में छिड़े विवाद के
कारण पार्टी के हित में इस्तीफ़ा देने का रास्ता चुना है। उन्होंने कहा कि
पंजाब में कांग्रेस सरकार द्वारा किये अच्छे कार्यों में वह रुकावट आने का
मसला नहीं खड़ा होने देना चाहते जिस कारणउन्होंने अपनी पार्टी के हित में
इस्तीफ़ा दिया।
एक अन्य प्रश्न के उत्तर में
मुख्यमंत्री ने कहा कि राहुल गांधी के साथ कांग्रेस की पंजाब इकाई के
पुनर्गठन के मामले पर भी विचार-विमर्श किया गया। उन्होंने कहा कि वर्ष 2019
के लोकसभा चुनाव के मद्देनजऱ बहुत जल्दी पार्टी का पुनर्गठन किया जायेगा।
कैप्टन
अमरिंदर सिंह ने कहा कि मंत्रीमंडल का विस्तार लुधियाना नगर निगम चुनाव के
बाद किया जायेगा। उन्होंने पत्रकारों को बताया कि मंत्रीमंडल के विस्तार
के लिए पहले की तरह अब भी नये मंत्रियों के चयन के लिए नौजवान और हुनर के
सुमेल को प्रमुखता दी जायेगी।
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