चंडीगढ़। नगर निगम की हाउस मीटिंग में वार्ड नंबर-15 के पार्षद रामचंद्र यादव ने अधिकारियों पर लापरवाही बरतने के आरोप लगाए। आप पार्षद ने कहा कि अधिकारी एडवाइज़र के दिशा-निर्देशों का भी पालन नहीं कर रहे। शहर में विकास के मुद्दे पर बीते दिनों एरिया पार्षदों और एडवाइज़र के बीच मीटिंग हुई थी, जिसमें कई वरिष्ठ ज़िम्मेदार अधिकारी भी मौजूद थे। मीटिंग के बाद एडवाइज़र की तरफ़ से विकास कार्यों में तेज़ी को लेकर अधिकारियों को निर्देश भी दिए गये थे। लेकिन कई महीने बीत जाने के बाद भी समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया गया। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
पार्षद यादव ने हाउस मीटिंग में कहा कि अपने वार्ड की समस्याओं को लेकर हमने 16 पॉइंट सामने रखे थे। लेकिन एडमिन ने कोई काम नहीं किया। आख़िर एडवाइज़र के साथ मीटिंग का क्या फायदा जब अधिकारी किसी की सुनते नहीं।
यादव ने पब्लिक टॉयलेट, सीवरेज लाइन का भी मुद्दा उठाया। साथ ही हाउसिंग बोर्ड के कॉलोनी के लोगो को डिफ़ाल्टर कहने पर भी नाराज़गी ज़ाहिर की। कहा की करोड़ों रुपए लेकर ठेकेदार भाग जाते हैं। उन्हें डिफ़ाल्टर नहीं बोला जाता। लेकिन किसी ग़रीब की किस्त रुक जाती है तो उसे डिफ़ाल्टर शब्द यूज़ किया जाता है। हम लोग वोट लेने तो जाते हैं, लेकिन उनके सम्मान की जगह उन्हें अपमानित करते हैं। अगर एडमिन डिपार्टमेंट काम नहीं करेगा तो अनिश्चित काल धरने पर बैठेंगे।
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