चंडीगढ़। पंजाब की शिक्षा मंत्री अरूणा चौधरी ने केंद्रीय बजट को दूरदर्शी सोच से वंचित करार दिया है, विशेषकर शिक्षा के क्षेत्र की ओर बिल्कुल भी ध्यान नही दिया गया है तथा राज्य सरकार द्वारा शिक्षा के क्षेत्र को बढ़ावा देने हेतू आरंभ की गई नई पहलकदमियों को केंद्र सरकार द्वारा निराशा ही मिली है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
यहां प्रेस बयान में शिक्षा मंत्री ने कहा कि पंजाब को बजट में कुछ भी नही दिया गया और राज्य सरकार द्वारा शिक्षा के क्षेत्र को प्रौत्साहन देने हेतू नई पहलकदमियों को केंद्र सरकार द्वारा केवल निराशा ही मिली है। बजट पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि गत् बजट के मुकाबले शिक्षा क्षेत्र में इस बार केवल 6.68 प्रतिशत की वृद्धि की गई है जो केंद्र सरकार की नीयत को उजागर करता है तथा एक महत्वपूर्ण प्रश्न उठता है कि इस छोटी सी वृद्धि से नये प्रस्तावित किये गये ‘एकलव्य मॉडल रिहायशी स्कूल’ का उचित प्रबंधन कैसे किया जा सकता है।
बजट की आलोचना करते हुये चौधरी ने कहा कि बजट में बढिय़ा संस्थांए बनाने को प्रस्तावित करने से कोई लाभ नही होगा, बल्कि चल रही संस्थाओं की देखरेख तथा बढिय़ा ढंग से चलाने पर बल देना चाहिए। शिक्षा मंत्री ने बजट में पंजाब सरकार द्वारा शुरू की गई पूर्व-प्राथमिक कक्षाओं के लिए कोई सहायता नही देने की भी निंदा की है।
शिक्षा मंत्री ने बजट को दिशाहीन बताते हुये कहा कि बढिय़ा होता यदि केंद्र सरकार मौजूदा ढांचे की मज़बूती की ओर बजट में उचित ध्यान देती।
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