चंडीगढ़। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने अधिकारियों को बारिश और ओलावृष्टि से खऱाब हुई फ़सल की विशेष गिरदावरी और प्रभावित किसानों को मुआवज़े की बाँट के काम को समयबद्ध ढंग से पूरा करने के निर्देश दिए हैं। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
बारिश और ओलावृष्टि के बाद स्थिति का जायज़ा लेने के लिए बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि गिरदावरी निर्धारित समय में मुकम्मल की जाये। उन्होंने कहा कि फ़सल को हर तरह के नुकसान का पता लगाया जाये। जिससे पीडि़त पक्ष को मुआवज़ा दिया जा सके। भगवंत मान ने कहा कि यह सुनिश्चित बनाएँ कि उन किसानों को ही मुआवज़ा मिले, जिनकी फ़सल प्रभावित हुई है, जिससे उनको किसी संकट का सामना न करना पड़े।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मुआवज़े के वितरण से पहले सार्वजनिक अनाउंसमेंट की जाएँ, जिससे सभी लोगों को इस बारे में पता लग सके। उन्होंने कहा कि इस काम में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। अगर नुकसान 75 प्रतिशत से अधिक होता है तो राज्य सरकार किसानों को 15,000 रुपए प्रति एकड़ के हिसाब से मुआवज़ा देगी। यदि नुकसान 33 से 75 प्रतिशत तक होता है, तो किसानों को 6750 रुपए प्रति एकड़ के हिसाब से मुआवज़ा दिया जाएगा। साथ ही मज़दूरों को 10 प्रतिशत मुआवज़ा दिया जाएगा, जिससे उनको कोई वित्तीय मुश्किल पेश न आए। जिनके मकान पूरी तरह से नुकसाने गए हैं, उनको 95,100 रुपए जबकि जिनके घरों का मामूली नुकसान हुआ है, को 5200 रुपए मुआवज़ा दिया जायेगा।
मुख्यमंत्री ने उन्होंने सीनियर अधिकारियों को कहा कि वह निजी तौर पर इस काम की प्रगति की निगरानी करें और उनको रोज़ाना की रिपोर्ट सौंपें। भगवंत मान ने किसानों और खेत मज़दूरों के कल्याण को यकीनी बनाने के लिए राजय सरकार की वचनबद्धता दोहराई।
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