चंडीगढ़। पंजाब के सीमावर्ती इलाकों में किसानों को खाद नहीं मिल रही है, गेहूं की बुआई में देरी हो रही है। किसानों का कहना है कि डीपीए खाद पाने के लिए उन्हें अधिक सामग्री खरीदनी होगी। कैबिनेट मंत्री लाल चंद कटारूचक ने केंद्र सरकार पर तीखे शब्दी हमले किए।
बता दें कि जहां एक तरफ सरकारें किसानों को हर सुविधा देने के बड़े-बड़े दावे करती हैं वहीं दूसरी तरफ सरहदी क्षेत्र के बमियाल से सटे गांवों पर नजर डालें तो यहां के किसान को मिलने वाली सुविधाएं से वंचित नजर आ रहे हैं। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
किसानों ने कहा कि सरकार द्वारा दी जाने वाली सुविधाओं का कारण यह है कि उन्हें अपने खेतों में उपयोग होने वाली डीएपी खाद नहीं मिल पा रही है, जिसके कारण उन्हें गेहूं की बुआई में भी देरी हो रही है। उनका ये भी कहना है कि अगर सरकार ने इस पर ध्यान नहीं दिया तो शायद वो अपना गेहूं भी नहीं बो पाएंगे।
जब हमने किसानों से संपर्क किया और इस बारे में बात की तो उन्होंने कहा कि किसान कभी सूखे की मार तो कभी सरकार की मार झेलते रहे हैं और इस बार भी किसानों को डीएपी खाद दी गई है तो वही हालात बने रहेंगे आने वाले समय में वे अपनी गेहूं की फसल नहीं बो सकेंगे।
वहीं, इस संबंध में जब कैबिनेट मंत्री लालचंद कटारू चक से बात की गई तो उन्होंने कहा कि किसानों को जो परेशानी हो रही है, उसमें केंद्र की वजह से देरी हुई और अब किसान खाद की कमी से परेशान हो रहे हैं और पंजाब सरकार किसानों के साथ है और उनकी समस्या का जल्द ही समाधान किया जाएगा।
अजित पवार को बड़ी राहत, आयकर विभाग द्वारा सीज संपत्तियां मुक्त करने का आदेश
किसान आंदोलन में हरियाणा के नहीं, पंजाब के जत्थेदार किसान - कृष्ण बेदी
एनडीए के पक्ष में माहौल बनाना हमारा मकसद, जनता चुनेगी विकास वाली सरकार - उपेंद्र कुशवाहा
Daily Horoscope