चंडीगढ। पंजाब विधानसभा के स्पीकर राणा के.पी. सिंह ने प्रवासी पंजाबियों को पंजाब के स्वास्थय और शिक्षा क्षेत्र में योगदान डालने की अपील की है। उन्होंनेें कहा कि विदेशों में रह रहे पंजाबी मूल के लोगों को अपने -अपने पैतृक गांवों -शहरों में स्कूलों और डिस्पेंंसरियों /अस्पतालों के बुनियादी ढांचे और अन्य सुविधाओं के लिए वित्तीय सहायता देने के लिए पहलकदमी करनी चाहिए। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
यहां पंजाब विधानसभा में स्पीकर के कार्यालय में यूरोप के विभिन्न देशों से आए एक संयुक्त प्रतिनिधिमण्डल के साथ राणा के.पी. सिंह ने मुलाकात के दौरान कहा कि ज्यादातर प्रवासी पंजाबी राजनैतिक गतिविधियों पर पैसा ख़र्च करते हैं जबकि उन्होंनें अपनी मेहनत की कमाई सामाजिक कन्याण के कार्योंं पर ख़र्च करनी चाहिए। इस अवसर पर प्रतिनिधिमण्डल के विभिन्न सदस्यों द्वारा प्रवासी पंजाबियों के ज़मीन स बन्धित झगड़ों के शीघ्र हल के लिए कोई ढांचा स्थापित करने की ज़ोरदार मांग उठाई गई। स्पीकर ने भरोसा दिया कि इस संबंध में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के नेतृत्व वाली सरकार बहुत गंभीर है और शीघ्र ही प्रवासी पंजाबियों की समस्याओं के हल के लिए कोई नीति लाई जायेगी।
इस अवसर पर प्रतिनिधिमण्डल के सदस्य राजविन्दर सिंह, कमलप्रीत धालीवाल, दिलबाग सिंह, जगतार सिंह, गुरमेल सिंह, अमर सिंह, सतनाम सिंह, कुलवंत सिंह, बलविन्दर गिल, गुरभाई धालीवाल, बलजिन्दर जैनपुर, हरजिन्दर गिल, कमल, सन्दीप वड़ैच, पंकज केन, करन बुट्टर, बोबी ढिल्लों, अमन हेयर और नछतर कलसी के अलावा राज्यसभा सदस्य शमशेर सिंह दूलो, विधायक कुलबीर सिंह ज़ीरा, विधानसभा के सचिव शशि लखणपाल मिश्रा, स्पीकर के सचिव राम लोक और पवन दीवान आदि उपस्थित थे।
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