चंडीगढ़। पंजाब स्टेट पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (पीएसपीसीएल) ने राज्य भर में विरोध और विपक्षी दलों की आलोचनाओं के बीचे हुए रविवार को कहा कि वह घरेलू क्षेत्र में अभूतपूर्व मांग बढ़ने के बावजूद धान की बुवाई के लिए किसानों को रोजाना आठ घंटे बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित कर रही है। पीएसपीसीएल के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक ए. वेणु प्रसाद ने कहा कि राज्य भर में चल रहे धान के संचालन को देखते हुए विभाग की सर्वोच्च प्राथमिकता कृषि क्षेत्र की आवश्यकताओं को पूरा करना है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
शनिवार को कृषि कार्यों के लिए आपूर्ति किए गए बिजली के समय के आंकड़ों का हवाला देते हुए, उन्होंने कहा कि गुरदासपुर, उप-अमृतसर और तरण तरन वाले सीमा क्षेत्र के लिए औसत आपूर्ति घंटे 12.4 घंटे थे, जबकि उत्तरी क्षेत्र के कपूरथला, जालंधर, होशियारपुर और नवांशहर जिलों में औसतन 10.3 घंटे प्राप्त हुए।
इसी तरह, पटियाला, संगरूर, बरनाला, रोपड़ और मोहाली जिलों के दक्षिण क्षेत्र के किसानों को इसी अवधि के दौरान औसतन 9.6 घंटे बिजली की आपूर्ति मिली।
बठिंडा, फरीदकोट, श्री मुक्तसर साहिब और फिरोजपुर के क्षेत्रों में औसतन 8.9 घंटे आपूर्ति हुई। कुल मिलाकर, उसी दिन क्षेत्र को बिजली आपूर्ति घंटे का राज्य औसत 9.8 घंटे निकला।
सभी क्षेत्रों में गुणवत्तापूर्ण बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता दोहराते हुए, सीएमडी ने कहा कि किसी भी कठिनाई से बचने के लिए जल्द से जल्द मांग और आपूर्ति समीकरण को संतुलित करने के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं।
--आईएएनएस
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