चंडीगढ़ । पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने पंजाब में लॉकडाउन को चार हफ़्ते बढ़ाते हुये 30 जून तक करने का ऐलान किया है। इसके साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार के दिशा -निर्देशों के अनुसार कुछ और ढील देने का ऐलान किया। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
चाहे माहिरों ने आतिथ्य उद्योग और मॉलज़ खोलने के विरुद्ध सलाह दी है परन्तु मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार की तरफ से लॉकडाउन 5.0 के लिए केंद्र सरकार के दिशा-निर्देशों को ध्यान में रखते हुए अगला कदम उठाया जायेगा।
मुख्यमंत्री ने कैबिनेट मंत्रियों भारत भूषण आशु, बलबीर सिंह सिद्धू और तृप्त रजिन्दर सिंह बाजवा समेत सीनियर अधिकारियों समेत स्वास्थ्य माहिरों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के द्वारा कोविड संबंधी ज़मीनी स्थिति का पता लगाने के बाद फ़ैसले का ऐलान किया। यह कदम 31 मई के बाद लॉकडाउन बढ़ाने संबंधी केंद्र सरकार के फ़ैसले की राह पर होगा।
इसके बाद फेसबुकलाइव पर कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि कोविड का ख़तरा अभी टला नहीं है और यदि ज़रूरत पड़ी तो वह पंजाबियों की जि़न्दगियां बचाने के लिए सख्त कदम उठाने जारी रखेंगे। निरंतर सचेत रहने की ज़रूरत पर ज़ोर देते हुये मुख्यमंत्री ने महामारी के फैलाव की रोकथाम के लिए राज्य सरकार की मदद के लिए स्वास्थ्य सुरक्षा के साथ जुड़े सभी उपायों का पालना करने के लिए राज्य के नागरिकों की सराहना की।
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि पंजाब में लॉकडाउन में विस्तार इस शर्त पर होगा कि सामाजिक दूरी और मास्क पहनने समेत कोविड से सम्बन्धित सुरक्षा प्रोटोकोल की सख्ती से पालना की जाये। उन्होंने गरीबों को मुफ़्त मास्क बाँटने के आदेश दिए। उन्होंने खाद्य और सिविल सप्लाईज़ मंत्री भारत भूषण आशु को ज़रूरतमंदों और गरीबों जो मास्क नहीं खरीद सकते, को राशन किटों के साथ मास्क बाँटने के लिए तुरंत ज़रुरी कदम यकीनी बनाने की हिदायत की। डी.जी.पी. दिनकर गुप्ता ने वीडियो कॉनफरंसिंग के दौरान बताया कि सभी जिलों में मास्क पहनने की पालना को सख्ती से लागू किया जा रहा है और उल्लंघन करने वालों से अब तक एक करोड़ से अधिक राशि जुर्माने के रूप में एकत्रित की गई है।
मीटिंग के दौरान मुख्यमंत्री ने निगरानी करने और रोग का पता लगाने के लिए घरों की निगरानी और कोविड फुट सोलजर की तैनाती के लिए राज्य सरकार की योजनाओं संबंधी ताज़ा जानकारी माँगी। इस दौरान स्वास्थ्य व परिवार कल्याण विभाग के प्रमुख सचिव अनुराग अग्रवाल ने बताया कि इन दोनों योजनाओं को अगले कुछ दिनों में शुरू किया जायेगा। उन्होंने बताया कि जिलों में आशा वर्करों और भाईचारे की अन्य स्थानीय महिलाओं को घर -घर निगरानी करने के लिए साथ जोड़ा जायेगा और उनको हर घर का सर्वेक्षण करने के लिए प्रति व्यक्ति 2 रुपए अदा किये जाएंगे। लक्षण वाले मामलों जिन संबंधी स्वास्थ्य अधिकारियों को सूचित नहीं किया जा रहा, की ट्रेसिंग और ट्रेकिंग के लिए एक एप की इस समय पर फील्ड टेस्टिंग की जा रही है और अगले 2-3दिनों में लाँच की जायेगी। अग्रवाल ने बताया कि ऐसे मामलों संबंधी स्वैच्छा के साथ रिपोर्ट करने के लिए नौजवानों को यह एप डाउनलोड करने के लिए कहा जायेगा। उन्होंने बताया कि इन कोविड फुट सोलजऱों की ओ.टी.पी. के ज़रिये प्रमाणिकता यकीनी बनाई जायेगी जिससे गलत सूचना को रोका जा सके।
बाद में फेसबुकसैशन के ज़रिये मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य में बाहर से आने वालों ख़ासकर विदेशों से लौटने वालों की तरफ से स्वास्थ्य अधिकारियों को सूचित न करना एक बड़ी चुनौती है क्योंकि इससे उनके संपर्क में आने वालों को ढूँढना कठिन हो जाता और बाकियों की जान भी जोखिम में पड़ती है। उन्होंने कहा कि चाहे रोज़मर्रा के मामलों में समूचे तौर पर कमी आई है और अब तक 2158 केस पॉजिटिव आए हैं जिनमें से 1946 व्यक्ति स्वस्थ्य हो गए हैं परन्तु पिछले कुछ दिनों में नये मामलों के सामने आना चिंता का विषय है। उन्होंने लोगों से अपील की कि राज्य सरकार की तरफ से जा रही मैडीकल जांच के बिना वापसी करने वालों के बारे में सूचित करने की अपील की।
मुख्य सचिव करण अवतार सिंह द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंस के दौरान मुख्यमंत्री को कोविड को फैलने से रोकने के लिए अन्य राज्यों से लोगों के बड़ी संख्या में आने को ध्यान में रखते हुए हवाई अड्डों और रेलवे स्टेशनों पर किए जा रहे टैस्टों/स्क्रीनिंग बारे जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि राज्य को आने वाले सभी लोगों की स्क्रीनिंग करने के साथ-साथ घरों में 14 दिन का एकांतवास लाजिमी किया गया, इसके साथ ही हवाई अड्डों और रेलवे स्टेशनों पर टेस्टिंग सुविधा उपलब्ध करवाई गई है। उन्होंने बताया कि जिनके द्वारा कौवा ऐप डाऊनलोड नहीं किया गया है उनके द्वारा रेल सफर के दौरान ही घोषणा फार्म भरकर स्टेशनों पर सौंप दिए जाते हैं।
स्वास्थ्य सम्बन्धी सभी नियमों को सख्ती के साथ लागू किये जाने पर जोर देते हुए कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने अपने फेसबुक सैशन के दौरान कहा कि 17 मई से 28 मई तक केवल 11 दिनों के अंदर 36,820 व्यक्तियों को मास्क न पहनने और 4032 लोगों को सार्वजनिक स्थानों पर थूकने के लिए जुर्माने किये गए हैं। उन्होंने बताया कि केवल गुजरे 24 घंटों के दौरान 6061 लोगों को मास्क न पहनने के लिए जुर्माने किये गए हैं और इस समय के दौरान नियमों के उल्लंघन के मामलों में 503 एफ.आई.आर दर्ज की गई हैं।
वडोदरा-अहमदाबाद एक्सप्रेसवे पर ओवरलोड कार के ट्रक से टकराने से 10 की मौत
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने चुनाव प्रबंधन समिति की बैठक में लिया चुनावी तैयारियों का जायजा
भारतीय-अमेरिकी छात्रा ने नासा का पावर टू एक्सप्लोर चैलेंज जीता
Daily Horoscope