चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के नेताओं की धर्म के नाम पर राजनैतिक नाटक करने के लिए खिल्ली उड़ाई है और अपने पिछले 10 वर्ष के कुशासन के दौरान की गलतियों के लिए पश्चाताप करने के लिए चुनौती दी है। यहां जारी एक बयान में मुख्यमंत्री ने बादल परिवार और अन्य नेताओं और विधायकों की तरफ से सार्वजनिक हिमायत हासिल करने के लिए धर्म के दुप्रयोग करने के लिए तीखी आलोचना की है क्योंकि अकाली दल पिछले दो वर्षों के दौरान अपना सार्वजनिक समर्थन पूरी तरह खो चुका है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल की तरफ से अपनी गलतियों को स्वीकृत करने में असफल रहने पर दु:ख प्रकट किया है जबकि वह माफी के लिए अकाल तख्त पहुँचे हैं। उन्होंने कहा कि बादल इस बात को अच्छी तरह जानते हैं कि उन्होंने अपने काल के दौरान कौन सी गलतियां की हैं लेकिन अभी तक उन्होंने इन गलतियों के लिए माफी नहीं किया। कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने अकाली लीडरशिप की अपने राजनैतिक हितों के लिए धर्म की आड़ लेने के लिए तीखी आलोचना की है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे साफ़ है कि बादलों की नजर आगामी लोक सभा चुनाव पर है और इस मकसद के लिए माफी का नाटक रचा गया है। उन्होंने कहा कि यदि वह अपनी माफी के प्रति संजीदा हैं तो उनको अपने किए कुकर्मों को स्वीकृत करने के लिए हौंसला दिखाना चाहिए। मुख्यमंत्री ने अकाली नेताओं की कथित माफी की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि यह माफी उस समय मांगी जा रही है जब वह विभिन्न गंभीर और नाजुक मुद्दों के संबंध में आलोचना के केंद्र में हैं जिनमें बेअदबी और 2015 की पुलिस गोलीबारी की घटना का मामला भी शामिल है। इसके साथ ही डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम को 2007 में धार्मिक बेअदबी के मामले में माफी देने का मुद्दा भी शामिल है।
अपनी पार्टी के उन सीनियर नेताओं की आलोचना के शिकार बादलों की मुख्यमंत्री ने तीखी आलोचना की है जिनको उन्होंने हाल ही में अकाली दल की प्राथमिक मैंबरशिप से बरख़ास्त कर दिया गया है। अकाली दल में तीखी दो -फाड़ और इसके पंजाब के लोगों से पूरी तरह अलग हो जाने का जिक्र करते हुए कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि बादल अब एक बार फिर अपने छिने हुए आधार को प्राप्त करने के लिए निराशा में राजनैतिक खेल खेल रहे हैं। उनकी तरफ से यह कोशिशें संसदीय मतदान में केवल छह महीने रह जाने से पहले अपना राजनैतिक आधार कायम करने के लिए खेली जा रही हैं। कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने बादलों को चुनौती देते हुए कहा है कि यदि वह पंजाब के लोगों के प्रति रत्ती भर भी संजीदा हैं तो वह सार्वजनिक रूप से अपनी गलतियों को स्वीकार करें।
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