चंडीगढ़। शिरोमणि अकाली दल ने वरिष्ठ किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल को सलाह दी है कि वो किसानों के आंदोलन को राजनीति से ऊपर रखें। उन्होंने उनसे संसद तक पार्टी के मार्च में भाग लेने के लिए दिल्ली जाने वाले अकाली कार्यकतार्ओं को निशाना बनाने वाले गुंडों के खिलाफ ठोस कार्रवाई करने का भी अनुरोध किया। वरिष्ठ अकाली नेता प्रेम सिंह चंदूमाजरा, महेशिंदर ग्रेवाल और दलजीत चीमा ने मंगलवार को कहा कि ''यह सबसे दुर्भाग्यपूर्ण है कि यह स्वीकार करने के बाद भी कि कुछ गलत तत्व 'किसान संघर्ष' को बदनाम करना चाहते हैं, राजेवाल ने न तो गुंडागर्दी के दोषियों से बिना शर्त माफी हासिल की और न ही उन लोगों से माफी मांगी।'' ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
चंदूमाजरा और ग्रेवाल ने राजेवाल के इस बयान पर भी आपत्ति जताई कि दिल्ली में केवल एसएडी विधायकों और सांसदों को धरना देने जाना चाहिए था।
उन्होंने कहा कि ''हम यह समझने में विफल हैं कि उन्हें हजारों लोगों के विरोध पर क्या आपत्ति है। इससे पहले भी हजारों किसानों ने संसद तक मार्च किया, जिसने एकता और ताकत का संदेश दिया और दुनिया भर का ध्यान आकर्षित किया।''
यह कहते हुए कि वे राजेवाल को उच्च सम्मान में रखते हैं, एसएडी नेताओं ने कहा, ''राजेवाल को राजनीतिक बयान देकर अपनी गरिमा को कम नहीं करना चाहिए। हम राजनीतिक मुद्दों पर अलग से बहस करने के लिए तैयार हैं और इसके लिए किसान मंच का उपयोग नहीं किया जाना चाहिए।''
चीमा ने राजेवाल के इस दावे का खंडन किया कि एसएडी वीडियो जारी कर 'किसान आंदोलन' को बदनाम कर रहा है। अकाली नेताओं और यहां तक कि महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार, धमकाने और लूटे जाने के अलावा उनके वाहनों को नुकसान पहुंचाने वाले वीडियो अपराधियों द्वारा पोस्ट किए गए हैं, पीड़ितों द्वारा नहीं।
उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि राजेवाल ने इस मुद्दे का राजनीतिकरण करना चुना।
--आईएएनएस
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