चंडीगढ़। नशों
और अवैध तस्करी के ख़ात्मे की कोशिश के तौर पर पंजाब सरकार ने नशों के
प्रयोग रोकने के लिए ठोस कार्यवाई करने के लिए त्रिपक्षीय रणनीति बनाई है,
जो सख्ती, नशा-मुक्ति और रोकथाम पर आधारित है। इस रणनीति को विशेष टास्क
फोर्स द्वारा सबंधित विभागों और वालंटियरों के सहयोग के साथ ज़मीनी स्तर पर
लागू किया जा रहा है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि राज्य में एनडीपीएस
एक्ट को प्रभावशाली तरीकों से लागू करने और इस रणनीति के अंतर्गत स्पैशल
टास्क फोर्स (एसटीएफ) ख़ास इलाकों संबंधी रणनीति बनाने के लिए जिला पुलिस
अधिकारियों की निगरानी पर दिशा-निर्देश देगा। उन्होंने बताया कि इस रणनीति
का मंतव्य नशों की सप्लाई लाईन को तोडऩा और नशा तस्करों के खि़लाफ़
प्रभावशाली कार्यवाई यकीनी बनाना है।
प्रवक्ता
ने बताया कि नशों की समस्या पर नकेल कसने के लिए कैप्टन अमरिन्दर सिंह
सरकार द्वारा गठित एस.टी.एफ. ने सीमापार और अंतर-राज्य बार्डर की सप्लाई
लाईनों पर सफलतापूर्वक रोक लगाई है, जिस के नतीजे के तौर पर एन.डी.पी.एस.
एक्ट के अंतर्गत रजिस्टर्ड मामलों की संख्या बढ़ कर 16,305 हो गई और 16
मार्च, 2017 तक 18,800 व्यक्तियों को गिरफ़्तार किया जा चुका है। इसके
इलावा जिला पुलिस और एस.टी.एफ. द्वारा 377.787 किलोग्राम हेरोइन, 14.336
किलोग्राम स्मैक, 116.603 किलोग्राम चरस, 1040.531किलोग्राम अफ़ीम, 50588 किलोग्राम भुक्की और 9.035 किलोग्राम बफर समेत 44929 टीके, 48,10,540
गोलियां /कैप्सूल ज़ब्त किये गए हैं।
प्रवक्ता
ने बताया कि राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने मोगा, अमृतसर और तरन तारन जि़लों
में भी प्रयोग के आधार पर आऊटपेशैंट ओपीओड अससिटड ट्रीटमेंट मॉडल की
शुरुआत की है और नशा-मुक्ति ट्रीटमेंट तक सुविधाजनक पहुँच करने के लिए
राज्य भर के 60 अतिरिक्त ओ.ओ.ए.टी. केन्द्रों को चालू किया गया है। इन इलाज
केन्द्रों का मंतव्य नशा पीडि़तों को आसान और पहुंचयोग इलाज उपलब्ध करवाना
है।
पंजाब
के नशों की गिरफ़्त में जल्दी आ सकने वाले वर्गों को इससे बचाने और नशों
के दुष्प्रभावों संबंधी जागरूकता पैदा करने के लिए पंजाब की तंदरुस्ती के
मद्देनजऱ मुख्यमंत्री द्वारा ड्रग अब्यूज़ प्रीवेन्शन ऑफिसर्ज प्रोग्राम की
शुरुआत की गई है। उन्होंने बताया कि लगभग 4.8 लाख डैपो वालंटियर रजिस्टर्ड
किये गए हैं जो कि राज्य में ज़रूरतमंदों को नशा-मुक्ति और पुनर्निवास
सेवाओं का लाभ उठाने में मदद कर रहे हैं।
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