चंडीगढ़। मौजूदा
वित्त वर्ष की पहली तिमाही में पंजाब के औद्योगिक निवेश को बड़ा
प्रोत्साहन मिला जिस साल 2017 -18 की पहली तिमाही के मुकाबले प्रोजेक्ट
प्रस्तावों में 50 प्रतिशत जबकि वास्तविक निवेश पक्ष से मासिक औसतन 125
प्रतिशत की वृद्धि हुई है।एक
सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि कैप्टन अमरिन्दर सिंह के नेतृत्व वाली सरकार
की तरफ से नयी औद्योगिक नीति लागू करके सृजित किए गयेे सुखदायक औद्योगिक
माहौल स्वरूप यह बड़ी वृद्धि संभव हुई है। प्रवक्ता ने बताया कि पंजाब
ब्यूरो ऑफ इंडस्ट्रियल पर्मोशन (पी.बी.आई.पी.) ने एक अप्रैल, 2017 से 30
जून, 2018 तक 8644 करोड़ रुपए के प्रस्तावित निवेश के लिए 161 प्रोजेक्ट
प्रस्ताव प्राप्त किए हैं। साल 2018 -19 की पहली तिमाही में ही 3112 करोड़
रुपए के निवेश वाले 45 प्रस्ताव प्राप्त किये हैं जो औसतन महीने के 15
प्रस्ताव और 1037 करोड़ का निवेश बनता है। इसके मुकाबले साल 2017 -18 के
लिए 116 प्रस्ताव (10 औसतन महीना) हासिल हुए थे जो कुल प्रोजेक्टों का 5532
करोड़ रुपए बनता है जो प्रति महीना औसतन 461 करोड़ रुपए था।प्रवक्ता
ने बताया कि निवेश के लिए ज़रूरी स्वीकृतियां देने में तेज़ी लाने तथा
भूमि और स्थानीय दफ़्तरों आदि के साथ सम्बन्धित मुद्दों के तत्काल हल को
यकीनी बनाने के कारण इन प्रोजेक्टों के लिए रास्ता साफ हुआ है। मुख्यमंत्री
ने ब्यूरो को पंजाब में निवेश करने या अपना कारोबार बढ़ाने वाले निवेशकों
और उद्योगपतियों के लिए व्यापार को आसान बनाने के निर्देश दिए। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
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