सुजानपुर। राज्य में नशे और शरारती तत्वों के खिलाफ सख्त कदम उठाते हुए, प्रशासन ने एक नई पहल की है। पहले गांवों में ग्राम रक्षा समितियां बनाई गईं थी, और अब इसका विस्तार शहरों तक किया जा रहा है। सुजानपुर में आज एक खास कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें वार्ड रक्षा समितियों का गठन किया गया। यह समितियां अब शहरों में भी पुलिस के साथ मिलकर शरारती तत्वों की पहचान और उन्हें नियंत्रित करने का काम करेंगी।
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इस कार्यक्रम में डीएसपी ने वार्ड रक्षा समितियों के गठन की प्रक्रिया की जानकारी दी और बताया कि यह कदम इसलिए उठाया गया है क्योंकि गांवों में लोग एक-दूसरे को अच्छे से जानते हैं और उनकी आदतों और गतिविधियों से परिचित होते हैं। उन्होंने कहा, “वार्ड रक्षा समितियों के माध्यम से हम समाज में फैले शरारती तत्वों को पहचानकर उन्हें समाप्त करने की दिशा में काम करेंगे। इन समितियों के सदस्य नियमित प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे, जिससे वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की पहचान कर सकें।”
इन समितियों को विशेष पुलिस ट्रेनिंग भी दी जाएगी, ताकि वे न केवल शरारती तत्वों की पहचान कर सकें, बल्कि समाज में शांति बनाए रखने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकें। यह कदम राज्य में सुरक्षा व्यवस्था को और भी मजबूत करने के उद्देश्य से उठाया गया है।
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