मोहाली। ग़ैर सरकारी संस्थाओं (एनजीओ) और गैर लाभकारी संस्थाओं ( एनपीओ) को टेरर फंडिंग या मनी लॉन्ड्रिंग से बचाने के लिए पंजाब पुलिस ने वित्तीय एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) और केंद्रीय प्रत्यक्ष कराधान बोर्ड (सीबीडीटी) के सहयोग से मंगलवार को मोहाली की एमिटी यूनिवर्सिटी में एक दिवसीय वर्कशाप का आयोजन किया।
एफएटीएफ एक अंतर-सरकारी संगठन है जो मनी लान्ड्रिंग और आतंकवादी फंडिंग का मुकाबला करने के लिए नीतियों को उत्साहित करता है।
इस वर्कशाप में पंजाब के अलग-अलग जिलों से 100 ग़ैर सरकारी संस्थाओं के 130 सदस्यों ने भाग लिया। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
आईजीपी अंदरूनी सुरक्षा नीलभ किशोर, ओएसडी एफएटीएफ सेल रिमझिम पांडे, आयकर अधिकारी अभिनीत और केंद्रीय गृह मंत्रालय के संयुक्त डिप्टी डायरैक्टर अश्वनी राठौड़ शामिल थे। इन्होंने भाईवालों को आतंकवाद फंडिंग से बचाने के लिए अपने कीमती विचार सांझा किये।
आईजीपी नीलभ किशोर ने कहा कि इस वर्कशॉप करने का उद्देश्य ग़ैर सरकारी संगठनों को चैरिटेबल संस्थाओं से सम्बन्धित एफएटीएफ और इनकम टैक्स की अलग- अलग व्यवस्थाओं के बारे जागरूक करना था जिससे उनको टेरर फंडिंग (टीऐफ) के लिये दुरुपयोग होने से बचाया जा सके।
ज़िक्र योग्य है कि एनजीओ के सभी सदस्यों ने वर्कशाप में बहुत ही उत्साह से हिस्सा लिया और उनको आतंकवादी संगठनों के द्वारा दुरुपयोग के इस पहलू के बारे जागरूक करने के लिए पंजाब पुलिस और वित्त मंत्रालय का धन्यवाद किया।
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