लुधियाना। पंजाब यूनिवर्सिटी में लगातार बढ़ रही फीस का बोझ छात्रों पर भारी पड़ रहा है, जिसके चलते बुधवार को विभिन्न छात्र संगठनों ने वाइस चांसलर ऑफिस के बाहर एक जॉइंट प्रोटेस्ट किया। छात्रों का कहना है कि यूनिवर्सिटी तेजी से प्राइवेटाईजेशन की ओर बढ़ रही है, जिससे सरकारी शिक्षा संस्थानों का महत्व घटता जा रहा है।
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छात्रों ने इस बार एग्जामिनेशन फीस समेत अन्य कोर्सों की फीस में की गई बढ़ोतरी का विरोध किया। इसके साथ ही, उन्होंने हॉस्टल के गेस्ट बेसिस पर कमर्शियल तौर पर लिए जा रहे खर्चों पर भी नाराज़गी जताई। उनका मानना है कि इस तरह की नीतियों से गरीब और मध्यम वर्ग के छात्रों के लिए उच्च शिक्षा तक पहुंचना मुश्किल हो जाएगा।
प्रदर्शनकारी छात्रों का आरोप है कि अगर इस फीस वृद्धि को नहीं रोका गया, तो सरकारी संस्थानों का महत्व धीरे-धीरे खत्म हो जाएगा और शिक्षा केवल अमीर तबके तक सीमित रह जाएगी। उन्होंने मांग की कि फीस वृद्धि को तुरंत वापस लिया जाए ताकि सभी वर्गों के छात्रों को शिक्षा प्राप्त करने का बराबरी का मौका मिल सके।
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