कपूरथला। कपूरथला शहर सहित अन्य क्षेत्रों का गंदा पानी पवित्र काली वेंई में गिराए जाने से वेंई में हजारों मछलियां मारी जा चुकी है। आलम ये है कि गंदे पानी के कारण वेंई में आक्सीजन की मात्रा जीरो होने से मछलियों सहित अन्य जल जीवों का अंत होने लगा है। मछलियों का पवित्र काली वेंई में इस तरह मरने का मामला पहला नहीं है। इससे पहले भी दो बार लाखों मछलियां अप्रैल महीने में तड़प तड़प कर दम तोड़ चुकी है। सितम की बात तो ये है कि इस और ध्यान देना ना तो प्रशासन को गवारा हुआ और ना ही राजनेताओं को। जिसे लेकर पवित्र काली वेंई की कारसेवा में जुटे कारसेवकों सहित वातावरण प्रेमियों में व्यापक रूप में रोष पाया जा रहा है।
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