गुरदासपुर। जल स्रोत विभाग के जूनियर इंजीनियर (जे.ई.) गुरजोत सिंह ने स्पष्ट किया है कि गांव गोनेवाल, कसोवाल और मंसूर के कुछ शरारती तत्वों द्वारा माइनिंग विभाग को गुमराह करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि गलत तरीके से पत्र लिखकर यह दावा किया जा रहा है कि रेत खनन अवैध तरीके से किया जा रहा है और इससे पुल को खतरा हो सकता है, जबकि यह पूरी तरह गलत है।
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गुरजोत सिंह ने बताया कि रेत खनन पुल से करीब 1.5 से 2 किलोमीटर दूर किया जा रहा है, जिससे पुल को कोई खतरा नहीं है। उन्होंने कहा कि इस खनन कार्य के लिए 2024 में टेंडर जारी किया गया था, जिसे पंजाब ट्रेडिंग कंपनी को सौंपा गया है। कंपनी द्वारा सभी नियमों का पालन करते हुए कार्य किया जा रहा है, और इसमें किसी भी प्रकार की अनियमितता नहीं हो रही है।
उन्होंने कहा कि विभाग का कार्य पूरी पारदर्शिता के साथ चल रहा है और जनता को गुमराह करने के लिए झूठे पत्र न भेजे जाएं। साथ ही, उन्होंने स्पष्ट किया कि पुल को किसी भी प्रकार का कोई खतरा नहीं है और माइनिंग कार्य सभी मानकों के अनुसार किया जा रहा है।
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