अमृतसर, । जी20 सदस्य देशों, अतिथि
देशों और ओईसीडी, यूनेस्को और यूनिसेफ सहित आमंत्रित संगठनों के 55 से अधिक
प्रतिनिधि बुधवार से यहां शुरू हो रही तीन दिवसीय दूसरी जी20 एजुकेशन
वर्किं ग ग्रुप की बैठक में भाग लेंगे।
शिक्षा मंत्रालय संगोष्ठियों, एक प्रदर्शनी और कार्यकारी समूह की बैठकों की
मेजबानी कर रहा है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
आईआईटी-रोपड़ द्वारा खालसा कॉलेज में
आईआईएससी-बेंगलुरु, आईआईएम-अमृतसर और टीआईएसएस-मुंबई जैसे उच्च शिक्षा
संस्थानों के सहयोग से 'अनुसंधान को मजबूत करना और समृद्ध सहयोग के माध्यम
से नवाचार को बढ़ावा देना' विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया जाएगा।
बुधवार
को संगोष्ठी गोविंदन रंगराजन, निदेशक, आईआईएससी-बेंगलुरु की प्रस्तुति के
साथ शुरू होगी, जो 'जी20 देशों में अनुसंधान पहल' पर जी20 सदस्यों और
संगोष्ठी में आमंत्रित देशों द्वारा प्रदान किए गए इनपुट के साथ होगी।
संगोष्ठी
में दो पैनल चर्चाएं भी शामिल होंगी, एक 'रिसर्च इन इमर्जिग एंड डिसरप्टिव
टेक्नोलॉजीज, इंडस्ट्री-4.0' पर आईआईटी-रोपड़ के निदेशक राजीव आहूजा की
अध्यक्षता में और दूसरी 'रिसर्च इन सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स' पर
टीआईएसएस-मुंबई द्वारा की निदेशक शालिनी भरत की अध्यक्षता में होगी।
पैनल चर्चा में फ्रांस, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, भारत, ओमान, दक्षिण अफ्रीका, यूनिसेफ, चीन और यूएई की भागीदारी देखी जाएगी।
संगोष्ठी
के दौरान एक मल्टीमीडिया प्रदर्शनी भी आयोजित की जाएगी, जो भाग लेने वाले
देशों को उद्योग, शिक्षाविदों के साथ अनुसंधान, नवाचार, सहयोग और साझेदारी
में सर्वोत्तम प्रथाओं को प्रस्तुत करने के लिए एक भौतिक प्रारूप प्रदान
करेगी।
प्रदर्शनी में 90 से अधिक स्टॉल होंगे, जिनमें यूएई, चीन और
सऊदी अरब, एनएसडीसी, एनसीईआरटी, नेशनल बुक ट्रस्ट, इंडियन नॉलेज सिस्टम्स
डिवीजन (आईकेएस) और कई स्टार्ट-अप पहलों की प्रमुख भागीदारी होगी।
यह प्रदर्शनी 16 मार्च से 17 मार्च तक स्थानीय संस्थानों, छात्रों, शिक्षाविदों और शोधकर्ताओं के लिए भी खुली रहेगी।
16
और 17 मार्च को होने वाली दो दिवसीय बैठक चार प्राथमिकता वाले क्षेत्रों
पर विचार-विमर्श करने के लिए एक मंच प्रदान करेगी। वे हैं : बुनियादी
साक्षरता और संख्यात्मकता सुनिश्चित करना, विशेष रूप से मिश्रित शिक्षा के
संदर्भ में, हर स्तर पर तकनीक-सक्षम शिक्षण को अधिक समावेशी, गुणात्मक और
सहयोगी बनाना, क्षमता निर्माण, काम के भविष्य के संदर्भ में आजीवन सीखने को
बढ़ावा देना और समृद्ध सहयोग व साझेदारी के माध्यम से अनुसंधान को मजबूत
करना और नवाचार को बढ़ावा देना।
बैठकों की अध्यक्षता केंद्रीय उच्च
शिक्षा सचिव के. संजय मूर्ति करेंगे, स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग के
सचिव संजय कुमार और कौशल विकास मंत्रालय के सचिव अतुल कुमार तिवारी
वैकल्पिक अध्यक्ष होंगे।
बैठक और संगोष्ठी में 55 से अधिक
प्रतिनिधियों के भाग लेने की उम्मीद है। वे अनुसंधान और नवाचार को मजबूत
करने के लिए अपनी सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करेंगे।
एक आधिकारिक
बयान में कहा गया है कि अंतिम मंत्रिस्तरीय बैठक में साझा किए जाने वाले
अंतिम घोषणा दस्तावेज का मसौदा तैयार करने के लिए शिक्षा कार्य समूह की चार
बैठकों के परिणाम आवश्यक होंगे।
दस्तावेज कई शैक्षिक और रोजगार के अवसरों के विकास के लिए एक दिशानिर्देश के रूप में काम करेगा।
बैठकें
भाग लेने वाले देशों और संगठनों को शैक्षिक सहयोग को मजबूत करने और सहयोग
के नए अवसरों पर चर्चा करने का अवसर भी प्रदान करेंगी।
दौरे के तहत
17 मार्च को प्रतिनिधियों को स्वर्ण मंदिर ले जाया जाएगा। पंजाब की जीवंत
संस्कृति को उजागर करने के लिए जी20 बैठकों के दौरान सांस्कृतिक
कार्यक्रमों की भी योजना है।
--आईएएनएस
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