अमृतसर। शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद प्रो. प्रेम सिंह चंदूमाजरा ने श्री अकाल तख्त साहिब द्वारा दी गई धार्मिक सजा को पूरा करने के लिए राजपुरा स्थित केंद्रीय गुरुद्वारा श्री सिंह सभा में सेवा की। यह सजा 2015 में शिरोमणि अकाली दल सरकार के कार्यकाल में गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी और न्याय में देरी के मामले से जुड़ी है।
चंदूमाजरा ने गुरुद्वारे के जोड़ा घर में जूते साफ किए, लंगर घर में संगत को लंगर खिलाया और कीर्तन सुना। पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार के आदेश का पालन करते हुए वे यह सेवा कर रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि इस धार्मिक सजा के तहत उन्होंने पहले श्री दरबार साहिब में बाथरूम साफ किए, फिर पातशाही नौवीं श्री गुरु तेग बहादुर साहिब और श्री फतेहगढ़ साहिब में सेवा की। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
प्रेम सिंह चंदूमाजरा ने अकाली नेताओं के इस्तीफों को स्वीकार न किए जाने पर सवाल उठाते हुए कहा कि जब सिंह साहिबानों के आदेश पर सेवा की जा सकती है, तो इस्तीफों को क्यों नहीं स्वीकार किया गया। उन्होंने जत्थेदार साहिब से इस पर संज्ञान लेने की अपील की।
इसके साथ ही उन्होंने किसानों पर शंभू बॉर्डर पर आंसू गैस के गोलों का इस्तेमाल किए जाने की निंदा की। उन्होंने इसे सरकार की असंवेदनशीलता करार देते हुए कहा कि 94 विधायकों और 3 सांसदों की उपस्थिति के बावजूद किसानों की आवाज दबाई जा रही है। मुख्यमंत्री की चुप्पी पर भी सवाल उठाते हुए उन्होंने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया।
चंदूमाजरा ने कहा कि कल, 8 दिसंबर, धार्मिक सजा का आखिरी दिन है, जिसके बाद वे श्री दरबार साहिब में नतमस्तक होंगे।
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