नई दिल्ली।ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक कलिंगा साहित्य महोत्सव (केएलएफ) के दसवें संस्करण का उद्घाटन करेंगे, जो 'प्राचीन भारत और उससे परे की किंवदंतियां : 21वीं सदी में प्रेरणादायक जीवन अनुभव' विषय पर आधारित होगा। 9 से 11 फरवरी तक भुवनेश्वर में आयोजित होने वाले इस महोत्सव में जापान, श्रीलंका और नेपाल सहित चार देशों के वक्ता शामिल होंगे।
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चार महिला लेखकों, नासिरा शर्मा, लक्ष्मी मुर्देश्वर पुरी, प्रोफेसर बीना पौडयाल और राधिका अयंगर, को विभिन्न श्रेणियों में कलिंगा साहित्यिक पुरस्कार दिए जाएंगे।
300 वक्ताओं में अरुंधति सुब्रमण्यम, संदीप बामजेई, सीताकांत महापात्र, अमिश त्रिपाठी, परमिता सतपथी शामिल होंगे।
उषा उत्थुप, उदय प्रकाश, केआर. मीरा, डॉ. हिंडोल सेनगुप्ता, मिली अश्वर्या, यतीश कुमार, मारिया गोरेट्टी, कोरल दासगुप्ता, नीला माधब पांडा और सुदर्शन पटनायक सहित अन्य गणमान्य भी शामिल होंगे।
सत्र में लोकतंत्र और डिजिटल क्रांति से लेकर सांस्कृतिक राष्ट्रवाद और जलवायु न्याय तक विविध विषयों पर चर्चा होगी। महोत्सव में 30 से अधिक नए साहित्यिक कार्यों और विद्वानों के मोनोग्राफ का भी अनावरण किया जाएगा। कलिंगा पुस्तक पुरस्कार के विजेताओं की घोषणा 11 फरवरी को होगी।
केएलएफ की संस्थापक रश्मि रंजन परिदा ने कहा, जैसे-जैसे भारत एक वैश्विक लीडर के रूप में उभर रहा है, हमारे प्राचीन अतीत की किंवदंतियां नैतिक नेतृत्व और समावेशी प्रगति के लिए दिशा-निर्देश प्रदान करती हैं।
--आईएएनएस
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