भुवनेश्वर। ओडिशा सरकार ने मंगलवार को कहा कि वह महात्मा गांधी की 150वीं जयंती दो साल तक मनाएगी, जिसकी शुरुआत इस साल दो अक्टूबर से होगी। यह फैसला पूर्व मुख्यमंत्री गिरीधर गमांग, विपक्ष के नेता नरसिंह मिश्रा और संस्कृति मंत्री अशोक पांडा और अन्य की मौजूदगी में मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की अध्यक्षता वाली बैठक में लिया गया। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
मुख्यमंत्री ने कहा, "आजादी हासिल करना ही गांधीजी का एकमात्र मकसद नहीं था। उनका प्रमुख उद्देश्य भारतीय समाज में मौलिक मूल्य विकसित करना था। गांधी जी के दो मंत्र सच और अहिंसा वर्तमान समाज में भी प्रासंगिकता रखते हैं।"
पटनायक ने कहा, "उन्होंने ही अहिंसा शब्द को संविधान की प्रस्तावना में प्रस्तावित किया।" संस्कृति मंत्री अशोक पांडा ने कहा, "गांधी जी के जयंती समारोह के लिए कुल चार उपसमितियों का गठन किया जाएगा। राज्य भर में पदयात्रा और सभाओं का आयोजन किया जाएगा।"
यह फैसला किया गया है कि गांधी जी की जयंती पर दो अक्टूबर पर सभी स्कूलों, कॉलेजों और सरकारी कार्यालयों में आयोजन होंगे। पांडा ने कहा, "प्रत्येक ब्लॉक में कस्तूरबा गांधी आईडियल स्कूलों की पहचान की जाएगी। कुटीर उद्योग के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वालों को पुरस्कृत किया जाएगा। 2019 में ओडिशा विधानसभा का एक विशेष सत्र आयोजित किया जाएगा।"
महात्मा गांधी के पहली बार ओडिशा का दौरा करने की याद में 23 मार्च को कटक में एक समारोह आयोजित किया जाएगा। सभी जिलों में किसी विशिष्ट मार्ग का नाम महात्मा गांधी के नाम पर रखा जाएगा।
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