इंफाल । म्यांमार सेना ने बुधवार को
प्रतिबंधित रिवॉल्यूशनरी पीपुल्स फ्रंट (आरपीएफ) संगठन के पांच कट्टर कैडर
को मणिपुर पुलिस को सौंप दिया, जो प्रतिबंधित पीपुल्स लिबरेशन आर्मी
(पीएलए) की सहयोगी शाखा है।
एक पुलिस अधिकारी ने नाम जाहिर न करने की शर्त पर खुलासा किया कि मणिपुर के
पांच आरपीएफ उग्रवादियों को लेकर एक विशेष विमान बुधवार सुबह इम्फाल
हवाईअड्डे पर उतरा और बाद में चरमपंथियों को राज्य पुलिस को सौंप दिया गया। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
आरपीएफ के छापामारों को पुलिस तुरंत एक अज्ञात स्थान पर ले गई। वरिष्ठ अधिकारी उनसे पूछताछ कर रहे हैं।
पुलिस अभी इस बात की पुष्टि नहीं कर पाई है कि ये विद्रोही किसी घटना में शामिल थे या नहीं।
सूत्रों
ने कहा कि पिछले साल अगस्त में उत्तर-पश्चिमी म्यांमार के सागाइंग क्षेत्र
के मोनिवा में म्यांमार सेना द्वारा पकड़े जाने के बाद उनके नेता देवानी
सहित पांच आरपीएफ कैडर को कुछ बीमारियों के कारण म्यांमार के एक अस्पताल
में भर्ती कराया गया था।
13 नवंबर को, पीएलए और मणिपुर नगा पीपुल्स
फ्रंट के सबसे घातक संयुक्त आतंकी हमले में कर्नल विप्लव त्रिपाठी और असम
राइफल्स के चार जवानों को म्यांमार की सीमा से लगे चूराचांदपुर जिले में
मार गिराया गया था। हमले में कर्नल त्रिपाठी की पत्नी और 9 साल के बेटे की
भी मौत हो गई।
--आईएएनएस
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