इंफाल। मणिपुर में बिगड़े हालात को देखते हुए पांच दिनों के लिए इंटरनेट बंद करने के साथ ही पांच जिलों में कर्फ्यू लगा दिया गया है। 15 सितंबर दोपहर तीन बजे तक इंटरनेट बंद रहेगा।
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मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने कहा, “उपद्रवियों के नफरत फैलाने वाले भाषणों और सोशल मीडिया से हिंसा भड़कने से रोकने के लिए ही सरकार ने इंटरनेट बंद करने का फैसला किया है।”
आशंका जताई गई है कि कुछ लोग सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर राज्य में स्थिति को हिंसात्मक बना सकते हैं। इसे देखते हुए प्रशासन की ओर से इंटरनेट बंद कर दिया गया है।
राज्य में कुकी विद्रोह पुलिस–प्रशासन के समक्ष चुनौती बना हुआ है। मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद आचार्य से मुलाकात कर उन्हें राज्य की मौजूदा कानून-व्यवस्था की स्थिति से अवगत कराया। राज्य में कुकी उग्रवादी लगातार आम नागरिकों को निशाना बना रहे हैं। अब तक इसकी जद में आकर कई लोग जान गंवा चुके हैं। मुख्यमंत्री ने राज्यपाल से यह भी कहा कि केंद्र सरकार चाहे तो संविधान के अनुच्छेद 355 का उपयोग करके केंद्रीय सुरक्षा अपने हाथों में ले सकती है।
उल्लेखनीय है कि मणिपुर में जारी हिंसा का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं। राजभवन की ओर मार्च निकाल रहे छात्रों और सुरक्षाकर्मियों के बीच भिड़ंत हो गई। इसके बाद राज्य में स्थिति तनावग्रस्त हो गई। सुरक्षाबलों ने छात्रों पर आंसू गैस के गोले छोड़े।
मणिपुर में अनियंत्रित होती स्थिति को देखते हुए आरपीएफ के जवानों को बड़ी संख्या में तैनात किया गया है। इसके बाद, कर्फ्यू लगाने का फैसला किया गया।
--आईएएनएस
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