संभाजीनगर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर में गुरुवार को एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए विपक्षी महा विकास अघाड़ी गठबंधन पर राज्य के लोगों की परेशानी बढ़ाने का आरोप लगाया।
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पीएम मोदी ने कहा, "कुछ लोग संभाजी महाराज के हत्यारे को अपना मसीहा मानते हैं। कांग्रेस और उसके सहयोगी दल अनुच्छेद 370 को बहाल करना चाहते हैं और कश्मीर के लिए एक अलग संविधान की योजना बना रहे हैं। वहीं, महायुति सरकार ने औरंगाबाद का नाम बदलकर छत्रपति संभाजीनगर करते हुए बालासाहेब ठाकरे की इच्छा पूरी की। औरंगाबाद को छत्रपति संभाजीनगर बनाने पर सबसे ज्यादा तकलीफ इसी कांग्रेस पार्टी को हुई थी। इनके पाले-पोसे हुए लोग इस फैसले को पलटने के लिए कोर्ट तक चले गए थे।"
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र को विकसित भारत के विजन का नेतृत्व करना है। बीजेपी और महायुति इसी संकल्प को लेकर काम कर रही है। इसलिए आज महाराष्ट्र में आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण हो रहा है। समृद्धि महामार्ग संभाजीनगर से होकर गुजर रहा है। यह मराठवाड़ा, विदर्भ और मुंबई से सीधे जुड़ गया है।
विपक्ष पर हमलावर होते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि महा विकास अघाड़ी के नेताओं ने महाराष्ट्र की परेशानियों को बढ़ाने के अलावा कोई काम नहीं किया है। मराठवाड़ा में लंबे समय से पानी का संकट रहा है, लेकिन "कांग्रेस और अघाड़ी वाले हमेशा हाथ पर हाथ धरे बैठे रहे"। हमारी सरकार में पहली बार सूखे के खिलाफ ठोस प्रयास शुरू हुए। उन्होंने कहा, "ये अघाड़ी वाले आपको बूंद-बूंद पानी के लिए तरसाएंगे। जनता से अनुरोध है कि इन अघाड़ी वालों को सत्ता में आने का मौका नहीं दिया जाना चाहिए।"
उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी, सरकार बनाने के लिए विकास पर नहीं, बंटवारे पर भरोसा करती है। कांग्रेस दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों को आगे बढ़ने से रोकती है ताकि सत्ता पर पीढ़ी-दर-पीढ़ी उनका कब्जा बना रहे। "कांग्रेस के शहजादे" विदेश में जाकर खुलेआम बयान देते हैं कि वह आरक्षण खत्म कर देंगे। अब अपने एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए कांग्रेस और महा विकास अघाड़ी एससी, एसटी, ओबीसी समाज को छोटी-छोटी जातियों में बांटने का षड्यंत्र रच रहे हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस सोच रही है कि ओबीसी जातियों में बंटेगा तो उसकी ताकत कम हो जाएगी और जब समाज की ताकत कम हो जाएगी, तो कांग्रेस को बैठे-बैठे ही फायदा मिल जाएगा। यहीं से कांग्रेस सत्ता में वापसी की तलाश कर रही है। अगर "कांग्रेस को सरकार में आने का मौका मिला, तो वे एससी, एसटी, ओबीसी समाज का आरक्षण रोक देंगे"।
--आईएएनएस
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