पुणे। एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने रविवार को कहा कि उसने पुणे के बुद्धिजीवी नरेंद्र दाभोलकर और बेंगलुरू की पत्रकार गौरी लंकेश की हत्याओं के बीच की आपसी कड़ी जोड़ ली है। सीबीआई ने कहा कि उसने प्रमुख संदिग्धों में से एक सचिन अंधुरे की पुलिस हिरासत को बढ़ाने के लिए पुणे की शिवाजीनगर मजिस्ट्रेट की अदालत के समक्ष अपना पक्ष रखने के दौरान इस महत्वपूर्ण कड़ी को साबित किया है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
इसके बाद, अंधुरे की हिरासत 30 अगस्त तक बढ़ा दी गई। उसे औरंगाबाद से पिछले सप्ताह गिरफ्तार किया गया था। दाभोलकर की हत्या के चार साल बाद गौरी की हत्या हुई थी। इन दोनों ही मामलों में सनातन संस्था समेत दक्षिणपंथी संगठनों की भूमिका संदिग्ध मानी जाती रही और अब यह जांच में सामने भी आ रहा है लेकिन, अपनी रिमांड याचिका में सीबीआई ने किसी भी संगठन का नाम नहीं लिया है, जो इन मामलों में शामिल हो सकता है।
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