मुंबई। 'द सीक्रेट्स ऑफ द शिलेदार्स' और 'ज्यादा मत उड़' जैसे लोकप्रिय शोज़ में अपनी दमदार एक्टिंग से दर्शकों का दिल जीतने वाले अभिनेता गौरव अमलानी के करियर की शुरुआत बेहद दिलचस्प रही। बहुत कम लोग जानते हैं कि उन्होंने अपनी पहली एक्टिंग परफॉर्मेंस किसी और के साथ नहीं, बल्कि आज के मशहूर अभिनेता नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी के साथ दी थी, वह भी तब जब नवाज़ुद्दीन फिल्म इंडस्ट्री में अपनी पहचान बना रहे थे।
दरअसल, गौरव के पिता ललित प्रकाश, जो खुद एक थिएटर आर्टिस्ट और गौरव के एक्टिंग कोच भी हैं, को एक नाटक 'कथा कंस' में काम करने का अवसर मिला था। इस नाटक का निर्देशन नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी कर रहे थे और वे इसमें कंस की मुख्य भूमिका भी निभा रहे थे। गौरव बताते हैं कि उन्हें रिहर्सल का माहौल बहुत पसंद था, इसलिए वे अक्सर अपने पिता के साथ जाया करते थे।
एक दिन नाटक में बाल कंस का किरदार निभाने के लिए एक बाल कलाकार की आवश्यकता हुई। नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी को याद आया कि गौरव रिहर्सल में आते हैं, इसलिए उन्होंने गौरव को ऑडिशन देने के लिए कहा। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
गौरव के काम से प्रभावित होकर उन्हें यह रोल मिल गया। गौरव ने अपनी पहली स्टेज परफॉर्मेंस को याद करते हुए बताया, "पहली बार स्टेज पर मैं नवाज सर के साथ था। उस सीन में सिर्फ हम दोनों थे, एक स्पॉटलाइट उन पर थी और एक मुझ पर। सीन में युवा कंस अपने बचपन के रूप से बात कर रहा था।"
स्टेज का रोमांच और दर्शकों की सराहना गौरव के दिल में उतर गई। उन्होंने कहा, "मैं सिर्फ 8 साल का था, लेकिन उस एहसास को मैं आज भी महसूस कर सकता हूँ। उसी दिन मेरे एक्टिंग के सफर का बीज पड़ गया।
मेरे पापा ने भी मेरी रुचि को भांप लिया और उन्होंने मुझे लोगों को ऑब्जर्व करने, उनकी मिमिक्री करने और अलग-अलग किरदार निभाने जैसे बेसिक तकनीकें सिखाना शुरू कर दिया, ताकि मेरा डर खत्म हो सके। नवाज सर ने बीज बोया और पापा ने उसे सींचा।"
इसके बाद गौरव ने बतौर बाल कलाकार फिल्म 'पिंजर' में मनोज बाजपेयी के साथ काम किया। उन्होंने गोविंद नामदेव के साथ टीवी के एक एपिसोडिक शो 'मुंडन' में भी अभिनय किया। 'परछाइयाँ' और 'जूनियर जी' जैसे टीवी शोज़ में भी उनकी झलक दिखी। जैसे-जैसे वे बड़े हुए, एक्टिंग के प्रति उनका जुनून और गहरा होता गया।
गौरव ने 'मनमर्जियाँ' और 'शिद्दत' जैसी फिल्मों में भी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। हालांकि, उन्हें सबसे बड़ी पहचान तब मिली जब उन्हें टीवी शो 'पुण्यश्लोक अहिल्याबाई' में महान मराठा योद्धा खंडेराव होल्कर का महत्वपूर्ण किरदार निभाने का अवसर मिला और वे घर-घर में पहचाने जाने लगे। यह कहानी दर्शाती है कि कैसे एक छोटी सी शुरुआत, एक बड़े कलाकार के साथ मंच साझा करना, किसी के करियर की दिशा बदल सकती है और सफलता की ऊंचाइयों तक पहुंचा सकती है।
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