मुंबई। जब बॉलीवुड सिंगर सोनू निगम के लाउडस्पीकर पर अजान के विरुद्ध ट्वीट के बाद देश में धर्मस्थलों पर लाउडस्पीकर बजाने को लेकर बवाल मचा हुआ है, ऐसे वक्त में मुंबई में एक ऐसी मुस्लिम शख्सियत सामने आई है जिसने लाउडस्पीकर पर अजान का खुलकर विरोध किया है। मुम्बई के मोहम्मद अली उर्फ बाबूभाई (66) साल के नमाजी मुसलमान हैं और लाउडस्पीकर से दी हुई अजान को गैर इस्लामिक मानते हैं। उन्होंने अपनी बात को मनवाने के लिए हाईकोर्ट में याचिका भी लगाई है। पैसे कम थे इसलिए मामले में पैरवी खुद की और यह साबित किया कि कुरान को लाउडस्पीकर की अजान गवारा नहीं।
याचिकाकर्ता मोहम्मद अली उर्फ बाबूभाई ने न्यूज चैनल एनडीटीवी से कहा कि लाउडस्पीकर का इस्तेमाल धर्म का हिस्सा नहीं है, न ही यह बुनियादी है, क्योंकि धर्म 1400 साल पुराना है और लाउडस्पीकर अभी कुछ सौ साल पहले आया है। लाउडस्पीकर को हटाने से धर्म को कोई खतरा नहीं है। धर्म अपने आप में मुकम्मल है, वो लंगड़ा नहीं है कि उसे लाउडस्पीकर की बैसाखी देकर ताकतवर बनाया जाए।
बाबू भाई की कानूनी जीत अब एक मुहिम में तब्दील हो गई है। उन्होंने अपने दावे को मजबूत बनाने के लिए धर्मग्रंथ के साथ मौलवियों के 64 फतवे भी ढूंढ निकाले हैं। वह लगतार बताते हैं कि उनकी लड़ाई धर्म के खिलाफ नहीं बल्कि धर्म के नाम पर रोजमर्रा के आचरण में जोड़ी गई अतिरिक्त और गैरजरूरी बातों के खिलाफ है।
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