मुंबई। शिव सेना ने कहा है कि सवर्ण वर्ग के आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को 10 प्रतशित आरक्षण तो दे दिया है लेकिन नरेन्द्र मोदी सरकार से पूछना चाहते हैं नौकरी कहां हैं? ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
शिवसेना ने अपने मुख पत्र के माध्यम में छपे लेख में बताया कि यह एक चुनावी चाल है। पार्टी का कहना है कि जब सत्ता में बैठे लोग असफल हो जाते हैं, तब आरक्षण का कार्ड खेलना प्रारंभ कर देते हैं। शिवसेना का कहना है कि भारत में 15 साल से अधिक उम्र के लोगों की आबादी हर महीने 13 लाख बढ़ती जा रही है।
18 वर्ष से कम आयु के नाबालिगों को नौकरी देना अपराध है, लेकिन बाल श्रम लगातार बढता जा रहा है। देश में रोजगार की दर को संतुलित बनाए रखने के लिए हर साल 80 से 90 लाख नए रोजगारों की जरूरत है, लेकिन यह गणित कुछ समय से असंतुलित है।
अगले सप्ताह पूर्वोत्तर राज्यों में चुनाव प्रचार करेंगे गृह मंत्री अमित शाह
तेजस्वी ने पप्पू यादव का नाम लिए बिना कहा- राजद का गठबन्धन कांग्रेस से, किसी व्यक्ति से नहीं
अब्बास अंसारी पिता के जनाजे में शायद ही हो सकेंगे शामिल, लोगों ने कहा - जब राम रहीम को पैरोल तो...
Daily Horoscope