मुंबई। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने सोमवार को नीतिगत दर (रेपो रेट) में कटौती के संकेत दिए। कोरोनावायरस संक्रमण के कारण वैश्विक और घरेलू बाजार में जारी नरमी के बीच दास ने कहा कि जरूरत पडऩे पर 3 अप्रैल को होने वाली मौद्रिक नीति समीक्षा में कटौती समेत और कदम उठाए जा सकते हैं। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
साथ ही उन्होंने सिस्टम में नकदी बढ़ाने के और उपायों की बात भी कही। दास ने कहा कि कानून के तहत रेपो रेट में कटौती मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की बैठक में होने वाले निर्णय के जरिये होती है लेकिन वे किसी भी संभावना से इंकार नहीं कर रहे। जरूरत पडऩे पर अगली मौद्रिक नीति समीक्षा में नीतिगत दर में कटौती समेत और कदम उठाए जा सकते हैं।
आरबीआई ने नकदी बढ़ाने के इरादे से विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में 23 मार्च को बिक्री या खरीद अदला-बदली के जरिये 2 अरब डॉलर डालने की घोषणा की है। जरूरत पडऩे पर रेपो दर पर लंबे समय के लिए एक लाख करोड़ रुपए मूल्य के बॉन्ड की खरीद-फरोख्त का एक और दौर शुरू करेगा।
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