मुंबई। मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह, जिन्हें हाल ही में एक मजिस्ट्रेट अदालत ने 'भगोड़ा' घोषित किया था, गुरुवार सुबह शहर पहुंचे और अपने खिलाफ दर्ज एक कथित वसूली मामले में पुलिस जांच में शामिल हुए। सिंह, जिन्होंने बुधवार को मीडिया को सूचित किया कि वह चंडीगढ़ में हैं, सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार जांच में शामिल होने के लिए कांदिवली पुलिस स्टेशन में क्राइम ब्रांच यूनिट 11 गए। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
सिंह ने अपने आगमन के बाद मीडिया से कहा, "मैं अदालत के निर्देशानुसार जांच में शामिल हो रहा हूं।"
आईपीएस अधिकारी, जिनके ठिकाने के बारे में पिछले मई से कोई जानकारी नहीं थी, यहां कम से कम 5 जबरन वसूली के मामलों और सरकार द्वारा नियुक्त पैनल जांच का सामना कर रहे हैं।
शीर्ष अदालत ने हाल ही में उन्हें छह दिसंबर तक गिरफ्तारी के खिलाफ अंतरिम सुरक्षा प्रदान की थी।
सिंह, जो पुलिस आयुक्त थे, पिछले लगभग छह महीनों से 'ऑफ-ड्यूटी' बने हुए थे, जब उन्हें महाराष्ट्र राज्य होम गार्डस के कमांडेंट-जनरल के रूप में स्थानांतरित कर दिया गया था। यह वो समय था, जब उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के पास एक एसयूवी में 20 जिलेटिन की छड़ें पाई गई थीं और इसके मालिक ठाणे के व्यवसायी मनसुख हिरन की रहस्यमय तरीके से मौत हो गई थी।
बाद में सिंह ने तत्कालीन गृह मंत्री और वरिष्ठ राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता अनिल देशमुख के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र लिखा था, जिसके बाद हंगामा खड़ा हो गया था। उन्हें इसके बाद प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार कर लिया था और वर्तमान में वह न्यायिक हिरासत में हैं।
--आईएएनएस
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