मुंबई । महाराष्ट्र में राजनीतिक संकट
चौथे दिन भी जारी रहा। मंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले विद्रोहियों के
समूह ने साथ 37 विधायकों के समर्थन की घोषणा की। वहीं शिवसेना के साथ 17
विधायक हैं।
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विद्रोही समूह ने गुरुवार की देर रात विधानसभा के उपाध्यक्ष नरहरि
जिरवाल को अपनी दावा की गई सूची सौंपी, शेष विधायक शिवसेना के पास रह गए।
विद्रोहियों
की सूची ने दो प्रस्तावों को भी संलग्न किया, जिसमें कहा गया था कि शिंदे
शिवसेना विधायक दल के प्रमुख बने हुए हैं, और विधायक भरत गोगावले को नए
मुख्य सचेतक के रूप में नियुक्त किया गया। समूह ने दावा किया कि उसका
समर्थन आज बढ़कर 41 शिवसेना विधायकों का हो गया।
शिवसेना की ओर से
विधायक हैं: आदित्य ठाकरे, अजय चौधरी, सुनील प्रभु, रमेश कोरगांवकर, भास्कर
जाधव, नितिन देशमुख, वैभव नाइक, कैलाश पाटिल, संजय पोटनिस, राहुल पाटिल,
प्रकाश फातरपेकर, संतोष बांगर, सुनील राउत, रवींद्र वायकर उदय सामंत, राजन
साल्वी और उदयसिंह राजपूत।
एक विधायक - दिलीप मामा लांडे - जो आज सुबह तक शिवसेना के साथ थे, अचानक पाला बदल लिया और गुवाहाटी में विद्रोहियों में शामिल हो गए।
मुंबई में शिवसेना ने शिंदे सहित 16 बागी विधायकों की सूची जिरवाल को सौंपी ओर उन्हें अयोग्य ठहराए जाने की मांग की गई है।
पार्टी
सांसद अरविंद सावंत ने कहा कि बुधवार को हुई पार्टी विधायकों की बैठक में
शामिल होने के लिए शिवसेना के व्हिप का उल्लंघन करने के लिए अयोग्यता की
मांग की गई है।
--आईएएनएस
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