कांग्रेस और राकांपा दोनों भाजपा द्वारा विधायकों की खरीद-फरोख्त की
संभावना से चिंतित हैं। कांग्रेस ने अपने विधायकों को राजस्थान में जयपुर
के एक रिसॉर्ट में ठहराया है, वहीं राकांपा ने 12 नवंबर को बैठक बुलाई है।
सूत्रों का कहना है कि रविवार को महाराष्ट्र के कांग्रेस प्रभारी
मल्लिकार्जुन खडग़े समेत कई अन्य नेताओं की उपस्थिति में कई कांग्रेस
विधायकों ने कहा कि पार्टी को शिवसेना को समर्थन देने पर विचार करना चाहिए।
खडग़े को कांग्रेस नेतृत्व ने विधायकों की इस बाबत मंशा जानने के लिए जयपुर
भेजा था।
इस बीच, महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रमुख रहे अशोक चव्हाण का
कहना है कि पार्टी के नवनिर्वाचित विधायक राज्य में अपने भविष्य के
राजनीतिक रुख को लेकर पार्टी आलाकमान से सलाह-मशविरा करेंगे। चव्हाण ने कहा
कि फिलहाल हम जयपुर में हैं। हम इस मुद्दे पर चर्चा करेंगे और भविष्य के
राजनीतिक रुख के लिए सलाह लेंगे। कांग्रेस राज्य में राष्ट्रपति शासन नहीं
चाहती है। हम स्थायी सरकार के पक्षधर हैं।
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