यशोदा जयंती - 18 फरवरी 2025, मंगलवार
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षष्ठी तिथि समाप्त - 19 फरवरी 2025 को 07:32 बजे
मुंबई। नारी जीवन में मातृत्व सुख, सर्वोत्तम सुख है। धर्मग्रंथों में यशोदा मैया के मातृत्व सुख का वर्णन हर किसी को आकर्षित करता है तथा हर भारतीय नारी के मन में यह कामना होती है कि उसे भी यशोदा मैया जैसा मातृत्व सुख मिले। भगवान श्रीकृष्ण की माताश्री की जयंती है...देवी यशोदा जयंती। इस शुभदिन बालस्वरूप भगवान श्रीकृष्ण और माता यशोदा की पूजा होती है।
धर्मधारणा के अनुसार... देवी यशोदा ने श्रीविष्णु की घोर तपस्या की, जिससे प्रसन्न होकर श्रीविष्णु ने उन्हें वर मांगने को कहा, तो माता यशोदा बोली... मेरी तपस्या तभी पूर्ण होगी जब आप मुझे पुत्र स्वरूप प्राप्त होंगे... भगवान ने प्रसन्न होकर उन्हें कहा कि... अगला जन्म में वासुदेव और देवकी के घर लूंगा, किंतु... माता का सुख मुझे आप प्रदान करेंगी।
इसीलिए... देवी यशोदा जयंती पर यशोदा मैया संग बालकृष्ण की पूजा से उत्तम मातृत्व सुख प्राप्त होता है। यही नहीं, जिस तरह श्रीकृष्ण ने परिवार में खुशियों के रंग भर दिए थे, उसी तरह श्रद्धालु के घर-परिवार में सुख-समृद्धि का आगमन होता है। इंदौर, राजवाड़ा में यशोदा माता मंदिर में मां यशोदा की पूजा से भर जाती है सूनी गोद।
-पं. प्रदीप लक्ष्मीनारायण द्विवेदी, बॉलीवुड एस्ट्रो एडवाइजर
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